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- February 14, 2023
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10 हजार कमरों वाला होटल, फिर भी 80 साल से यहां पर कोई नहीं ठहरा, जानकर रह जाएंगे हैरान
10 हजार कमरों वाला होटल, फिर भी 80 साल से यहां पर कोई नहीं ठहरा, जानकर रह जाएंगे हैरान जब…
10 हजार कमरों वाला होटल, फिर भी 80 साल से यहां पर कोई नहीं ठहरा, जानकर रह जाएंगे हैरान
जब भी हम अपने शहर से बाहर किसी भी अनजान शहर में जाते हैं, तब वहां ठहरने के लिए कोई होटल ही हमारे लिए एकमात्र जगह होती है। होटल मालिक भी अपने मेहमानों के आराम के लिए वहां काफी इंतजाम करते हैं। आपने कई तरह के होटल देखे और सुने होंगे। लेकिन आज हम आपको जिस होटल के बारे में बताने जा रहे हैं, उसमें कभी कोई नहीं ठहरा है। जर्मनी के बाल्टिग सागर के रुजेन द्वीप पर स्थित इस होटल में 10 हजार कमरे हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस होटल में आज तक कोई नहीं ठहरा।
इस होटल का नाम है होटल द प्रोरा (प्रोरा होटल)। इस होटल को यह नाम देने के पीछे भी एक बड़ा कारण था। यह होटल एक स्मारक जैसा दिखता है। प्रोरा का अर्थ होता है झाड़-झंखाड़ या बंजर भूमि। यह होटल समुद्र बीच से करीब 150 मीटर की दूरी पर बना है। होटल द प्रोरा आठ आवास ब्लॉकों में विभाजित है और लगभग 4.5 किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। एक थिएटर और एक फेस्टिवल हॉल से लेकर एक स्विमिंग पूल भी बनाया गया था। इतना ही नहीं, खास बात यह है कि यहां क्रूज शिप भी आराम से ठहर सकता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस होटल में 10 हजार कमरे हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि इस होटल में आज तक कोई भी मेहमान नहीं ठहरा है। इस होटल को आज से तकरीबन 90 साल पहले बनाया गया था। अगर हम साल की बात करें तो साल 1936 से लेकर साल 1939 यानी तीन साल के बीच इसका निर्माण हुआ था। तब जर्मनी पर हिटलर और उसकी नाजी सेना का शासन था। नाजियों ने इस होटल को स्ट्रेंथ थ्रू जॉय प्रोग्राम के तहत बनाया था। इसके निर्माण में करीब 9000 मजदूर लगे थे।
द्वितीय विश्व युद्ध के कारण निर्माण कार्य बंद
जब यह होटल निर्माणाधीन था और इसके पूरी तरह से तैयार होने से पहले ही 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया। युद्ध छिड़ने पर इसका निर्माण रोक दिया गया और सभी श्रमिकों को हिटलर के वहा भेज दिया गया था। वहां पर इन मजदूरों को युद्ध कारखानों में काम करने रख लिया था। हालांकि 1945 में युद्ध समाप्त हो गया था, लेकिन इस होटल पर किसी का ध्यान नहीं गया। अब यह पूरी तरह से खंडहर ही बन गया है। कहा जाता है कि अगर यह पूरी तरह बनकर तैयार हो जाता तो यह दुनिया का सबसे बड़ा और बेहतरीन होटल होता।