- आध्यात्मिक
- September 23, 2023
- No Comment
- 1 minute read
रामलला की प्राणप्रतिष्ठा में शामिल होंगे 127 संप्रदायों के 4000 संत, देशभर में होगा दीपोत्सव
रामलला की प्राणप्रतिष्ठा में शामिल होंगे 127 संप्रदायों के 4000 संत, देशभर में होगा दीपोत्सव अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर…
रामलला की प्राणप्रतिष्ठा में शामिल होंगे 127 संप्रदायों के 4000 संत, देशभर में होगा दीपोत्सव
अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में भगवान राम के अभिषेक की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इस मौके पर अयोध्या में जश्न मनाया जाएगा। देशभर से 127 संप्रदायों के संत-महात्मा पहुंचेंगे। इतना ही नहीं उस दिन पूरे देश में और हर घर में दिवाली मनाई जाएगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया है। ट्रस्ट ने सभी 127 संप्रदायों के संत-महात्माओं को निमंत्रण भेजने की कवायद शुरू कर दी है।
ट्रस्ट कार्यालय में आयोजित दो दिवसीय बैठक में प्रमुख संतों और अखिल भारतीय धार्मिक नेताओं ने भाग लिया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि बैठक में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को भव्य और दिव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया। इसके तहत उस दिन देश भर में और घर-घर में लोगों से दीवा जलाने का अनुरोध किया जाएगा। इसके लिए व्यापक स्तर पर जनसंपर्क किया जायेगा। इसके लिए देशभर के विभिन्न राज्यों के धर्मगुरुओं और संपर्क प्रमुखों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने कहा कि बजरंग दल पूरे देश में राम भक्तों को जोड़कर उन्हें सनातन धर्म से जोड़ने का लक्ष्य लेकर काम कर रहा है। बजरंग दल की शौर्य यात्रा के जरिए देशभर में रामभक्त जुट रहे हैं। अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से देश-विदेश में मौजूद 127 संप्रदायों के प्रमुख संतों को प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव महामंडलेश्वर जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि वह खुद संतों से संपर्क कर रहे हैं।
4000 संतों के अयोध्या आने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि यह उनका पहला दौरा है। 492 साल के संघर्ष के बाद पिछले तीन साल से राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह काम अब पूरा होने वाला है, इसलिए हर किसी की इच्छा है कि सभी धर्मों के लोग अयोध्या आएं, चाहे वह सनातन हिंदू धर्म के या किसी भी संप्रदाय के हों। उन्होंने कहा कि इस प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में देशभर से 4000 संतों के अयोध्या आने की उम्मीद है। इन सभी संतों को निमंत्रण पत्र भेजे जा रहे हैं। ट्रस्ट यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि सनातन परंपरा से जुड़ा कोई भी संत इस पवित्र काल में यहां आने से न छूटे।