‘एग्रीबॉट’ बनाकर भोपाल के स्कूली छात्रों ने तोड़ा विश्व रिकॉर्ड, जानें इसके बारे में डिटेल्स

मध्य प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों के 1600 स्कूली छात्रों ने एग्रीबॉट बनाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। अंतरराष्ट्रीय…

agribotमध्य प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों के 1600 स्कूली छात्रों ने एग्रीबॉट बनाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के तीसरे दिन कृषि कार्यों के लिए रोबोटिक तकनीक पर कार्य करते हुए एक साथ और एक स्थान पर यह रिकॉर्ड बनाया गया है। एग्रीबॉट नामक रोबोट बनाकर स्कूली छात्रों ने गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। एग्रीबॉट शब्द एग्रीकल्चर और रोबोट से मिलकर बना है। एग्रीबॉट मुख्यतः कृषि कार्यों के लिए तैयार रोबोट होता है।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि ॠषिनाथ ने विश्व कीर्तिमान की घोषणा की, जिसमें उन्होंने बताया कि यह इवेंट एक बेंचमार्क है। इससे पहले हांगकांग के रोबोट इंस्टीट्यूट के बच्चों ने 11 अगस्त 2019 को एक साथ रोबोट वॉक करवाया था, जिसे भोपाल के इन स्कूली छात्रों ने तोड़ा है और नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

एग्रीबॉट में लगी चीजें ‘मेड इन इंडिया’

एग्रीबॉट के निर्माण की खास बात यह है कि इसके निर्माण में लगी चीजें मेड इन इंडिया है। यह एग्रीबॉट बनाने से पहले बच्चों को 7 मिनट का विडियो दिखाया गया था। इसके साथ ही बच्चों को एक किट प्रदान की गई थी। इस किट में दो व्हील, एक मोटर, एक बैटरी, तीन सीड बॉक्स, वोटर टैंक, कार्ड बोर्ड प्रदान किए गए थे। इसके अतिरिक्त एग्रीबॉट को जोड़ने के लिए सभी प्रतिभागियों को एक घंटे का समय मिला। यह एग्रीबॉट के माध्यम से खेती के काम जैसे कि बुआई, सिंचाई, कटाई और बखरनी भी की जा सकती है।

एमपी के मंत्री ने की छात्रों की सराहना

मध्य प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि हम ऐसे खिलौनों का निर्माण करें, जो बच्चों के लिए हानिकारक न हो। बाजार में मिलने वाले ज्यादातर खिलौने चाइनीज हैं, जिनमें खतरनाक केमिकल और डाई का इस्तेमाल होता है। कई बार बच्चे खेल खेल में इन खिलौनों को अपने मुंह में रख लेते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करते हैं। एग्रीबॉट जैसे खिलौने अधिक बनने चाहिए ताकि बच्चे उनसे बहुत कुछ सीख सके।

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