अंटार्कटिका में भारत अपना चौथा स्टेशन बनाएगा, जानें सर्वे के दौरान क्यों ड्रोन हो गया दुर्घटनाग्रस्त

अंटार्कटिका में भारत अपना चौथा स्टेशन बनाएगा, जानें सर्वे के दौरान क्यों ड्रोन हो गया दुर्घटनाग्रस्त भारत अंटार्कटिका में अपना…

अंटार्कटिका में भारत अपना चौथा स्टेशन बनाएगा, जानें सर्वे के दौरान क्यों ड्रोन हो गया दुर्घटनाग्रस्त

भारत अंटार्कटिका में अपना चौथा नया स्टेशन बनाने जा रहा है। सर्वे ऑफ इंडिया (एसआई) की टीम ने देहरादून से उस स्टेशन तक का सफर तय किया, जिसे मैत्री-2 कहा जाता है। टीम ने ढाई महीने बाद जमीनी सर्वे पूरा कर वापस लौट आए। भारत ने चार साल पहले अपने अंटार्कटिक मैत्री स्टेशन में बदलाव किया था।

भारतीय मिशन 1981 में शुरू हुआ और 1982 में भारत ने मैत्री स्टेशन की स्थापना की। भारत ने वहां पर तीन अनुसंधान केंद्र बनाए। इसमें दक्षिण गंगोत्री (बर्फ में दबे हुए), मैत्री (कार्यरत) और भारती (ज्ञान और विद्या की भारतीय देवी के नाम पर) शामिल हैं। भारत के यह तीन स्थायी अनुसंधान केंद्र हैं। हालांकि इसमें सिर्फ दो ही काम कर रहे हैं।

सर्वे के दौरान ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया

 

मैत्री-2 मिशन के लिए सर्वेक्षण टीम के प्रभारी अधिकारी मेजर सिद्धार्थ राठी और अंकुर सिंह दोनों शामिल थे। सर्वे टीम ने बताया कि यह चौथा स्टेशन एक खास जगह बनाया जाएगा। टीम ने ड्रोन से 68 वर्ग किलोमीटर का सर्वे किया, लेकिन इस दौरान ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वे केवल उस क्षेत्र के 2 किलोमीटर का सर्वेक्षण करने में ही सक्षम थे। फिर टीम ने मैन्युअली सर्वे पूरा किया। इस क्षेत्र में 100 से अधिक मीठे पानी की झील है। बता दें, अंटार्कटिका पर रूस, ब्रिटेन आदि देशों के भी अनुसंधान केंद्र हैं।

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