पुतिन के खिलाफ जारी है गिरफ्तारी वारंट, क्या वे जी20 शिखर सम्मलेन में हिस्सा ले सकेंगे? जानें

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी दिमित्री मेदवेदेव ने गुरुवार को कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने…

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी दिमित्री मेदवेदेव ने गुरुवार को कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया, तो इसका मतलब यह है कि अगर आईसीसी पुतिन को गिरफ्तार करने का प्रयास करेगी, जो कि रूस के लिए युद्ध की घोषणा करने जैसा होगा।

17 मार्च को हेग की एक अदालत ने पुतिन पर यूक्रेन से सैकड़ों बच्चों को निर्वासित करने के लिए युद्ध अपराधों का आरोप लगाते हुए एक वारंट जारी किया था। अदालत ने कहा कि उसके पास यह मानने के उचित आधार हैं कि पुतिन ने सीधे तौर पर आपराधिक कृत्यों को अंजाम दिया। अदालत ने यह भी कहा कि बच्चों को निर्वासित होने से रोकने के लिए पुतिन अपनी राष्ट्रपति शक्तियों का उपयोग करने में विफल रहे हैं।

Putin warrant
जी20 शिखर सम्मेलन में पुतिन भाग लेंगे या नहीं?

पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के बावजूद, वह इस साल सितंबर में नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग ले सकेंगे, क्योंकि मेजबान देश भारत आईसीसी का हिस्सा नहीं है। ऐसी अटकलें थीं कि जून 2023 में वाराणसी में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए पुतिन को आमंत्रित करने पर गिरफ्तारी वारंट के बाद भारत दबाव में होगा। हालांकि, भारत ने कभी भी रोम संधि पर हस्ताक्षर नहीं किया है और यह ICC का सदस्य नहीं है।

पहले भी भारत ने एक ऐसे नेता की मेजबानी की है जो आईसीसी की कार्रवाई का सामना कर रहा था। 27 अक्टूबर, 2015 को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने भारत से तत्कालीन सूडानी राष्ट्रपति उमर हसन अल-बशीर को गिरफ्तार करने के लिए कहा था। उनके खिलाफ वारंट 4 मार्च 2009 और 12 जुलाई 2010 में जारी किए गए थे। बशीर ने उसी साल अक्टूबर में भारत का दौरा किया और भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन में भाग लिया।

आईसीसी क्या है और कौन हैं इसके सदस्य

अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय विभिन्न देशों की सरकारों से बना एक संगठन है, जो लोगों पर नरसंहार, युद्ध अपराध, मानवता के खिलाफ अपराध और आक्रामकता के अपराधों की जांच और आरोप लगाता है। अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में 123 सदस्य देश हैं, जिनमें सभी यूरोपीय संघ के देश शामिल हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, यूके, कनाडा, जापान, मैक्सिको, स्विट्जरलैंड और 33 अफ्रीकी देश शामिल हैं। दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में ICC के 19 सदस्य देश हैं। रूस, भारत, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका आईसीसी के सदस्य नहीं हैं।

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