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- February 1, 2023
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बजट भाषण में वित्त मंत्री ने ‘अमृत काल’ का जिक्र बार-बार किया, जानें आखिर क्या है इसका मतलब
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान कई बार ‘अमृत काल’ शब्द का इस्तेमाल किया है, लेकिन क्या…
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान कई बार ‘अमृत काल’ शब्द का इस्तेमाल किया है, लेकिन क्या आपको इसका मतलब पता है? इस शब्द पर अब काफी चर्चा हो रही है। बजट भाषण के दौरान ही इस शब्द का जिक्र करने का क्या मतलब है? आपको बता दें कि इससे पहले देश के प्रधानमंत्री भी इसका शब्द का इस्तेमाल कर चुके है। आइए जानते है इसके बारे में बहुत कुछः
PM ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर इसका जिक्र किया
आपको शायद याद होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत काल शब्द का जिक्र 2021 में 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किया था। उस समय ही उन्होंने आगामी 25 सालों के लिए देश का एक रोडमैप तैयार कर लिया था। अगले 25 साल को ही अमृत काल कहा गया है। प्रधानमंत्री का कहना था कि अमृत काल का एकमात्र उद्देश्य भारत के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। यहां पर गांवों और शहरों के बीच जो बड़ा विभाजन है, उसे खत्म करना और लोगों की जिंदगी में सरकार के हस्तक्षेप को भी कम से कम करना है। इन सबके अलावा नई तकनीकी का दोनों हाथों से स्वागत करना है।
देश के विकास को देकर प्रधानमंत्री का सपना
भारत के प्रधानमंत्री का कहना था कि यहां से अगले 25 साल की यात्रा नए भारत के लिए असल मायने में अमृत काल है। ये अमृत काल हमारे संकल्प को पूरा करेगा और हमें आजादी के 100 साल तक के लिए आगे ले जाएगा। भारत ने बड़ी तेजी से प्रगति की है। ऐसे में विकास की भी ‘संतृप्ति’ होना जरूरी है। देश के हर गांव में पक्की सड़कें होनी चाहिए। इसके साथ ही सभी परिवार के पास बैंक खाता होना चाहिए और हर पात्रता वाले नागरिक के पास स्वास्थ्य बीमा के अलावा गैस कनेक्शन होना चाहिए।
अमृत काल शब्द की उत्पत्ति
अमृत काल शब्द का जिक्र करें तो ये बेहद प्राचीन शब्द है। इसकी उत्पत्ति वैदिक ज्योतिष से हुई मानी जानी है। अमृत काल का सापेक्ष मतलब है कि जब आमनवीय, देवदूतों और मनुष्यों के लिए अधिक से अधिक सुख के द्वार खुलते हैं। कोई नया कार्य शुरू करने के लिए अमृत काल को सबसे अच्छा और सबसे शुभ मुहूर्त समझा जाता है।