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- February 28, 2023
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चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनना चाहते हैं! जानें आपके लिए सबसे अच्छा क्या है?
चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनना चाहते हैं! जानें आपके लिए सबसे अच्छा क्या है? आज हर दूसरे व्यक्ति के आंखों…
चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनना चाहते हैं! जानें आपके लिए सबसे अच्छा क्या है?
आज हर दूसरे व्यक्ति के आंखों में चश्मा लगा है। कुछ लोग चश्मा और कुछ लोग लेन्स पहनना पसंद करते हैं। एक ऑप्थलमॉलजिस्ट (नेत्र रोग विशेषज्ञ) के अनुसार, चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस दोनों का इस्तेमाल अलग-अलग स्थितियों में किया जाता है। चश्मा कुछ रोगियों के लिए बेहतर होते हैं और लेंस दूसरों की आंखों के अनुकूल होते हैं। आइए जानते हैं डिटेल में…
आपके शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा आंख है और आंख ही दुनिया की खूबसूरती आपको दिखाती है। इसलिए इसका ख्याल रखना बेहद जरूरी है। अक्सर खराब दृष्टि को चश्मे से ठीक किया जा सकता है। हाल के दिनों में चश्मे की वजह से लोगों ने अपनी आंखों में कॉन्टैक्ट लेंस लगाना शुरू कर दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कॉन्टैक्ट लेंस की बिक्री वार्षिक वृद्धि दर 2019 से 2025 तक बढ़कर 7.5 प्रतिशत हो सकती है।
कॉन्टैक्ट लेंस की वजह से रोशनी गई
हाल ही में अमेरिका के फ्लोरिडा में कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आया, जिसके बाद से लोग कॉन्टैक्ट लेंस को लेकर डरने लगे हैं। सवाल यह है कि आंखों के लिए बेहतर क्या है, चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस?
क्या कहते हैं ऑप्थलमॉलजिस्ट
ऑप्थलमॉलजिस्ट के अनुसार, दोनों आंखों के लिए चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस उपयुक्त हैं। हालांकि इसका उपयोग विभिन्न स्थितियों में किया जाता है। कुछ रोगियों के लिए चश्मा अधिक उपयुक्त माना जाता है और कुछ आंखों में लेंस की आवश्यकता होती है। चश्मा और कॉन्टैक्ट लेंस दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं। हालांकि, ऑप्थलमॉलजिस्ट के लिए कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की तुलना में चश्मा पहनना आंखों के लिए बेहतर और अधिक उपयुक्त माना जाता है।
आंखों के लिए चश्मा सबसे अच्छा
ऑप्थलमॉलजिस्ट के अनुसार आंखों में कॉन्टैक्ट लेंस की जगह मरीज को चश्मा लगाना चाहिए। चश्मा लगाना और उतारना बहुत आसान है। इसमें ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं है। आंखों के ऊपर होने के कारण ये अंदरूनी हिस्सों को नहीं छूते और आंखों के संक्रमण से बचाते हैं। आप जितनी बार चाहें चश्मा पहन और उतार सकते हैं। इसमें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत नहीं है। यही कारण है कि चश्मा सभी उम्र के लोगों के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है, चाहे वह बच्चे हों या बुजुर्ग।
कॉन्टैक्ट लेंस के नुकसान क्या हैं?
ऑप्थलमॉलजिस्ट का कहना है कि कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल अधिकतम 8 से 10 घंटे तक किया जा सकता है। अगर आप इसे ज्यादा देर तक पहने रहते हैं और इसकी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं तो यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। क्योंकि इसे आंखों के अंदर कॉर्निया पर लगाया जाता है।
ऐसे में अगर साफ-सफाई न रखी जाए तो खतरनाक बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं और इससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है। कुछ लोग 24-24 घंटों के लिए लेंस पहनते हैं। उन्हें हाइपोक्सिया की शिकायत हो सकती है। इसका मतलब आंखों में ऑक्सीजन की कमी से होता है। आंखों के आसपास के बैक्टीरिया कॉर्निया को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जब आंखों का घोल दूषित हो जाता है, तो कॉन्टैक्ट लेंस भी संक्रमित हो सकता है।