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- September 15, 2023
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700 बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम करोड़ों की ठगी, 12 जिलों में फैला था नेटवर्क, STF ने चार को पकड़ा
700 बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम करोड़ों की ठगी, 12 जिलों में फैला था नेटवर्क, STF ने चार को…
700 बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम करोड़ों की ठगी, 12 जिलों में फैला था नेटवर्क, STF ने चार को पकड़ा
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 700 बेरोजगार एक स्कैम का शिकार हो गए हैं। दरअसल, लखनऊ के इंदिरा नगर में एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। इस कॉल सेंटर में इंटरनेट के माध्यम से बेरोजगारों के नंबर पता किए जाते थे। नंबर मिलने के बाद इन सभी बेरोजगारों को कॉल करके नौकरी देने के नाम पर दो या तीन बार में तकरीबन 50 हजार से एक लाख रुपये वसूले जाते थे।
हालांकि लखनऊ में 700 बेरोजगारों से तकरीबन दो करोड़ से भी ज्यादा रुपये वसूल करने वाले 4 आरोपियों को पकड़ लिया गया है। पकड़े गए लोगों ने कॉल सेंटर खोल नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की थी। ये आरोपी कॉल सेंटर पर M.Tech एवं B.Tech पास युवाओं को 16-20 हजार रुपये की सैलरी देकर नौकरी पर रखते थे। जब यूपी STF ने छापेमारी की, तब यह लोग पकड़े गए।
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे पिछले तीन सालों से कॉल सेंटर चला रहे थे। साथ ही बताया कि पहले उनका यही कॉल सेंटर गाजियाबाद में था। आरोपी कॉल सेंटर से कॉल करने के लिए प्री-एक्टिवेटेड सिम खरीद लेते थे। इतना ही नहीं ये सिम दिल्ली से दुगने-तिगुने दाम पर खरीदे जाते थे। फिर इन नंबरों के माध्यम से बेरोजगारों को कॉल किया जाता था और नौकरी दिलाने के बहाने तकरीबन 50 हजार से एक लाख रुपये वसूल किये जाते थे।
आरोपियों का नेटवर्क 12 जिलों में फैला था
इन आरोपियों का नेटवर्क तकरीबन 12 जिलों में फैला हुआ था और अलग-अलग जिलों में इनके एजेंट भी रखे हुए थे। इस मामले में STF ने लखनऊ के एक फ्लैट से मिर्जापुर के राजन श्रीवास्तव, प्रतापगढ़ के सुरेन्द्र प्रताप सिंह, गोरखपुर के राकेश शर्मा एवं हरदोई के सोमेन्द्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। STF के ADG अमिताभ यश के अनुसार, जैसे ही STF को सूचना मिली। उन्होंने एक टीम बनाकर छापेमारी की और चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अभी तक की पूछताछ से पता चला है कि आरोपी बेरोजगारों को ठगने का काम करते थे। आगे की पूछताछ जारी है।