- ख़बरें
- January 19, 2023
- No Comment
- 1 minute read
क्या भारत में आने वाली है मंदी? मोदी और वित्त मंत्री क्या छिपा रहे हैं? कांग्रेस के इस सवाल पर सत्ता पक्ष क्यों है मौन
भारत में आने वाली है मंदी:-विपक्ष सत्ता पक्ष पर सवाल उठाती रही है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति सही नहीं…
भारत में आने वाली है मंदी:-विपक्ष सत्ता पक्ष पर सवाल उठाती रही है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति सही नहीं है। आपको जानकारी दे दें कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने सोमवार को पुणे में आर्थिक मंदी को लेकर बयान दिया था। इस बयान के बड़े मायने हैं। उन्होंने कहा था कि अगर भारत में आर्थिक मंदी आती है तो यह जून के बाद ही होगा। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार हर संभव प्रयास इस मंदी से बचने के लिए कर रहा है। खबर को पूरा जाने के लिए खबर अंत तक पढ़ें।
क्या आने वाली है आर्थिक मंदी? इस सवाल को टाल गई वित्त मंत्री
इन खबरों के बीच में यह भी खबर आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी हाल ही में मंदी के सवाल की बात को टाल गई थी।
मजेदार बात यह है कि नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) की आर्थिक मंदी वाली उनकी टिप्पणी को आधार बनाते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछ लिया। असल में मंगलवार को सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से पूछ लिया कि देश से क्या छिपा रहे हैं?
आपको फिर याद दिला दे कि केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग मंत्री नारायण राणे ने सोमवार को पुणे में आर्थिक मंदी को लेकर दिया गया बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा था कि अगर भारत आर्थिक मंदी का सामना करता है तो यह जून के बाद ही होगा, और इससे बचने के हर संभव प्रयास केंद्र सरकार कर रहा है। वहीं उन्होंने यह बात भी कही कि विकसित देश तो पहले से ही आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं।
नारायण राणे के आर्थिक मंदी के बयान पर कांग्रेस नेता का सवाल
नारायण राणे के इस टिप्पणी पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया और कहा कि 2014 के बाद से बर्बाद हो चुके एमएसएमई के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नारायण राणे ने 6 महीने बाद भारत में मंदी की भविष्यवाणी की है।
क्या भारत आर्थिक मंदी की ओर जा रहा!

खबर के मुताबिक नारायण राने ने सोमवार को महाराष्ट्र के पूरे शहर में जी-20 के पहले अवसंरचना कार्य समूह (IWG) मीटिंग का उद्घाटन करने के बाद रिपोर्टरों से आर्थिक मंदी को लेकर चर्चा की। जब पत्रकारों ने पूछा कि अगर भारत में आर्थिक मंदी आ जाएगी तो से निपटने के लिए केंद्र सरकार की तैयारी क्या है? तब श्री नारायण राणे ने कहा कि हम मंत्रिमंडल में हैं, हमें आर्थिक मंदी के बारे में जानकारी मिलती हैं और प्रधानमंत्री हमें सुझाव भी देते हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि बड़े विकसित देश भी इस आर्थिक मंदी के चपेट में है। उन्होंने यह साफ तौर पर कहा कि इंडियन गवर्नमेंट और PM नरेंद्र मोदी यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं कि नागरिक इससे प्रभावित न हों। इस खबर के बाद कांग्रेस (Congress leader) नेता जयराम ने ट्वीट करके मंदी की बात सरकार पर छुपाने का आरोप लगा दिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मार्च को समाप्त होने वाले फाइनेंशियल ईयर में भारत की अनुमानित 7% जीडीपी में गिरावट आ सकती है। जबकि इसका कारण देश और विदेश में कमजोर डिमांड है। जबकि आपको बता दें कि यह विकास दर सऊदी अरब की अपेक्षित 7.6 प्रतिशत बढ़ोतरी के बाद दूसरे पायदान पर होगी। लेकिन भारत की औद्योगिक गतिविधि नवंबर 2022 के औद्योगिक उत्पादन पहले से मजबूत हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले माह में 4.2% काम होने के मुकाबले 7.1% की वार्षिक वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। हालांकि आर्थिक मंदी को लेकर विपक्ष का यह निशाना कितना कारगर है, यह आने वाले वक्त में पता चलेगा।
