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- December 1, 2023
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भारत में वायु प्रदूषण से हर साल 20 लाख से ज्यादा लोगों की होती है मौत, दुनिया भर में 83 लाख से अधिक मौतें
भारत में वायु प्रदूषण से हर साल 20 लाख से ज्यादा लोगों की होती है मौत, दुनिया भर में 83…
भारत में वायु प्रदूषण से हर साल 20 लाख से ज्यादा लोगों की होती है मौत, दुनिया भर में 83 लाख से अधिक मौतें
ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित बीएमजे जर्नल में वायु प्रदूषण को लेकर एक चिंताजनक रिपोर्ट पेश की गई है। इसके मुताबिक, दुनिया में वायु प्रदूषण के कारण हर साल 83 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। सबसे ज्यादा मौतें चीन और भारत में होती हैं। दोनों देशों में करीब 45 लाख लोगों की मौत होती है।
जर्मनी के केमिस्ट्री इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने विभिन्न आंकड़ों पर आधारित एक रिपोर्ट पेश की। बीएमजे में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, बाहरी वायु प्रदूषण के कारण भारत में 20 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। इस मामले में भारत दुनिया में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।
चीन में सबसे ज्यादा मौतें
चीन बाहरी वायु प्रदूषण के कारण होने वाली मौतों का प्रमुख कारण है। चीन में वायु प्रदूषण के कारण हर साल 24 लोगों की मौत हो जाती है। दुनिया में हर साल लगभग 83 लाख लोग वायु प्रदूषण से पीड़ित होते हैं और इनमें से 45 लाख लोग अकेले भारत और चीन से हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, कुल वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों में से 61 फीसदी मौतें बाहरी वायु प्रदूषण के कारण होती हैं। बाहरी वायु प्रदूषण मुख्य रूप से कारखानों से निकलने वाली खराब हवा, कटाई के बाद कृषि अपशिष्ट जलाने या सरकारी एजेंसियों द्वारा अपशिष्ट निपटान है।
जीवाश्म ईंधन से सबसे अधिक वायु प्रदूषण
शोधकर्ताओं की रिपोर्ट में कहा गया है कि जीवाश्म ईंधन सबसे अधिक वायु प्रदूषण का कारण बनता है। इसके बजाय स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग बढ़ाकर वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है। इसलिए ऐसी ऊर्जा की खपत पर जोर देने की वकालत की गई। वायु प्रदूषण के कारण हृदय रोग, मधुमेह, श्वसन रोग, फेफड़ों की बीमारियां बढ़ गई हैं।