तुलजाभवानी मंदिर में अब शॉर्ट पैंट और स्कर्ट पहनने वालों के लिए ‘नो एंट्री’, ड्रेस कोड लागू

महाराष्ट्र के धाराशिव (पूर्वी उस्मानाबाद) जिले के तुलजापुर में स्थित महाराष्ट्र के साढ़े तीन शक्तिपीठों में से एक और भारत…

महाराष्ट्र के धाराशिव (पूर्वी उस्मानाबाद) जिले के तुलजापुर में स्थित महाराष्ट्र के साढ़े तीन शक्तिपीठों में से एक और भारत के इक्यावन शक्तिपीठों में से एक तुलजाभवानी मंदिर में ड्रेस कोड लागू है। इसके तहत मंदिर में भड़काऊ और छोटे कपड़े पहनने पर रोक लगा दी गई है। मंदिर में भड़काऊ कपड़े पहनकर आने वाले लोगों को रोका जा रहा है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर ड्रेस कोड की जानकारी रख दी गई है।

Now 'no entry' for those wearing short pants and skirts in Tuljabhavani temple

जानकारी के मुताबिक शॉर्ट पैंट, बरमूडा, स्कर्ट और मिनी ड्रेस जैसे बॉडी रिवीलिंग कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। केवल उन्हीं लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति है, जो उचित वस्त्र पहनकर परिसर में प्रवेश कर रहे हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज की कुल देवी मां तुलजा तुलजा भवानी मंदिर में विराजमान हैं।

ये है मंदिर में प्रवेश के नियम

मंदिर के प्रवेश द्वार पर मराठी में एक नोटिस में लिखा है, ‘शरीर, उत्तेजक, असभ्य, अभद्र कपड़े और हाफ पैंट, बरमूडा पहनने वाले लोगों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। कृपया भारतीय संस्कृति और सभ्यता से अवगत रहें। यह ड्रेस कोड मंदिर संगठन द्वारा नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित किया गया है। 18 मई को जिलाधिकारी और मंदिर समिति के अध्यक्ष के मार्गदर्शन में मंदिरों और मंदिर परिसरों में इस तरह के ड्रेस कोड के नियम जारी किए गए हैं।

नियम जो पुरुषों और महिलाओं दोनों पर लागू

मंदिर परिसर में महिलाओं के वन पीस, शार्ट स्कर्ट, शार्ट पैंट पहनने की मनाही है। खास बात यह है कि ये शिष्टाचार नियम न केवल महिलाओं पर लागू होते हैं, पुरुषों के लिए बरमूडा या हाफ वियर पैंट पहनना भी वर्जित है। अर्थात नियमों के क्रियान्वयन में स्त्री-पुरूष में कोई अन्तर नहीं है। बता दें कि तिरुपति की तर्ज पर तुलजापुर मंदिर में भी देवी के दर्शन के लिए हाईटेक इंतजाम किए जा रहे हैं। 2014 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलजापुर में एक अभियान रैली के दौरान मंदिर के विकास का वादा किया था। इस योजना पर अमल शुरू हो गया है। शुरुआत में एक हजार करोड़ की विकास योजना तैयार की जा रही है। योजना तीर्थ पर्यटन की दृष्टि से न केवल मंदिर बल्कि पूरे तुलजापुर का कायाकल्प करने की है।

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