- अंतरराष्ट्रीय
- June 9, 2023
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‘पाकिस्तान के पास समझशक्ति नहीं है…’ अखंड भारत की छवि को लेकर उठे विवाद पर एस जयशंकर की प्रतिक्रिया
नए संसद भवन में ‘अखंड भारत’ का नक्शा लगा है, जिसे देखकर पड़ोसी देशों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया…
नए संसद भवन में ‘अखंड भारत’ का नक्शा लगा है, जिसे देखकर पड़ोसी देशों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश ने भारत से इसपर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय संसद में अखंड भारत की तस्वीर अशोक साम्राज्य की सीमाओं को दर्शाती है। पाकिस्तान इस बात को समझ नहीं सकता, क्योंकि उसके पास समझने की ताकत नहीं है।
‘देश, संसद और हमारा नजरिया नहीं बदलने वाला’
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर से पूछा गया कि क्या नेपाल, भूटान और पाकिस्तान ने संसद भवन में नक्शे को लेकर सवाल उठाए थे? तब उन्होंने कहा कि संसद की दीवार अशोक साम्राज्य की सीमा को चिन्हित करती है। हमने उन्हें बता दिया है और समझ गए हैं। पाकिस्तान तो छोड़िए, इसमें समझने की ताकत नहीं है।’ इसके अलावा जयशंकर ने कहा कि ‘पीओके के मामले में हम स्पष्ट हैं। देश, संसद और हमारा नजरिया बदलने वाला नहीं है।’
‘भारत का कदम क्षेत्रवादी विचारधारा को दर्शाता है’
28 मई को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन किया था। नए संसद भवन में दीवार पर एक तस्वीर है जिसे ‘अखंड भारत’ का नक्शा बताया जा रहा है। यह नक्शा तक्षशिला और साथ ही गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी को दर्शाता है। इस चित्र में प्राचीन नगरों के नाम भी उत्कीर्ण हैं। यह नक्शा पुरुषपुर, सौवीर और उत्तरप्रस्थ को भी दर्शाता है जो वर्तमान में पाकिस्तान के पेशावर, सिंध और बलूचिस्तान प्रांत हैं। इस नक्शे को लेकर पाकिस्तान ने कहा कि भारत की संसद में इस नक्शे को देखकर हम हैरान हैं। भारत के इस कदम से क्षेत्रवादी विचारधारा का पता चलता है।