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- February 11, 2023
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प्रयागराज का ‘राम नाम बैंक’: एक ऐसा बैंक जहां बिना पैसे के खुलता है खाता, जानें दिलचस्प बातें
जब कभी भी बैंक शब्द का जिक्र आता है, तो लोगों के दिमाग में पैसे के लेनदेन को लेकर चीजें…
जब कभी भी बैंक शब्द का जिक्र आता है, तो लोगों के दिमाग में पैसे के लेनदेन को लेकर चीजें सामने आती है. लेकिन प्रयागराज में एक ऐसा बैंक है जो कि आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बैंक की खासियत यह है कि यहां पर ना तो ताला लगाया जाता है और ना ही चोरी जैसी कोई वारदात होती है। वहीं इस बैंक की शाखाएं देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। यह बैंक है राम नाम बैंक। इस बैंक की कई खूबी है। इस बैंक में रुपए नहीं बल्कि राम नाम जमा होता है। इसमें भक्त बिना पैसे के खाता खुलवा सकते हैं। विपरीत परिस्थिति में लोगों को राम नाम का लोन भी मुहैया कराया जाता है।
आपको बता दें कि संगम प्रयागराज में हर साल माघ मेला आयोजित होता है और इसमें इस बैंक का शिविर भी लगता है। इस संस्थान को राम नाम बैंक सेवा संचालित करती है। मौजूदा समय में इसके अध्यक्ष आशुतोष वार्ष्णेय हैं। उनका कहना है कि राम बैंक का कांसेप्ट काफी प्राचीन है। पुराने समय में हमारे पूर्वज भोजपत्र पर राम नाम लिखा करते थे।
विदेशों में भी है इसकी शाखाएं
वर्तमान में राम नाम सेवा संस्थान की एक वेबसाइट है, जिसमें दुनिया का कोई भी शख्स राम नाम लिख सकता है। वहीं जब कभी लोग विदेश से आते हैं तो उस दौरान वो उस हार्ड कॉपी, डिस्क, पेन ड्राइव के जरिए यहां यानी इस बैंक में जमा कराते है। आपको जानकर काफी दिलचस्प लगेगा कि लोग राम नाम की पासबुक में राम का नाम लिखते हैं। लोगों को राम नाम की पासबुक फ्री में मुहैया कराई जाती है। आपको बता दें कि हर पेज में केवल 108 बार राम का नाम लिखा जा सकता है।
राम नाम लिखने से कटते हैं कष्ट
इस खास पासबुक में 108 बार राम नाम लिखने के खाने बने होते हैं। जो लोग माला का जाप करते है। इस पासबुक के माध्यम से उन्हें 108 बार राम नाम का जप करना होता है। ऐसा करने से विशेष पुण्य मिलता है।
पैन के कॉन्सेप्ट पर है राम नंबर
जब कोई व्यक्ति किसी बैंक में खाता खुलवाता है तो उसे पैन नंबर पेश करना होता है। ठीक वैसे ही जब कोई भक्तों का इस राम नाम के बैंक में खाता खुलता है तो उसे भी पैन नंबर के जैसे राम नंबर दिया जाता है। वहीं इसी राम नंबर से उसकी पहचान होती है।