दरभंगा एम्स पर बवालः तेजस्वी का मोदी सरकार से सवाल, जमीन फाइनल नहीं और PM मोदी ने कैसे खुलवा दिया एम्स

दरभंगा एम्स पर बवाल तेजस्वी का मोदी सरकार से सवाल, जमीन फाइनल नहीं और PM मोदी ने कैसे खुलवा दिया…

दरभंगा एम्स पर बवालः तेजस्वी का मोदी सरकार से सवाल, जमीन फाइनल नहीं और PM मोदी ने कैसे खुलवा दिया एम्स

दरभंगा एम्स पर बवाल तेजस्वी का मोदी सरकार से सवाल, जमीन फाइनल नहीं और PM मोदी ने कैसे खुलवा दिया एम्स
बिहार के दरभंगा एम्स को लेकर पीएम मोदी के बयान के बाद से सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। इसको लेकर तेजस्वी यादव मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने पूछा कि जब दरभंगा एम्स के लिए जमीन फाइनल नहीं हुई, तो पीएम नरेंद्र मोदी ने दरभंगा एम्स खोलने की बात कैसे कह दी।

तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर लिखा

दरभंगा एम्स पर बवाल तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर लिखा कि यह कौन-सा अदृश्य विकास है, जहां स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स के लिए अभी तक जमीन फाइनल नहीं की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कह रहे हैं कि वहां एम्स खोल दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा में एम्स खुलवाने का झूठा श्रेय ले रहे थे, वस्तुस्थिति यह है कि बिहार सरकार निशुल्क 151 एकड़ जमीन केंद्र को इसकी स्थापना के लिए दी है और साथ ही 250 करोड़ से अधिक मिट्टी भराई के लिए आवंटित किया। लेकिन दुर्भाग्यवश राजनीतिक करते हुए केंद्र ने प्रस्तावित के निर्माण के लिए स्वीकृत नहीं दी। देश कम से कम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सत्य और तथ्य की अपेक्षा करता है, लेकिन प्रधानमंत्री ने सफेद झूठ बोला।

मनसुख मंडाविया ने क्या कहा था

इस बयान पर स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि प्रिय तेजस्वी यादव जी, मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती, बल्कि विकास की राजनीति करती है और हमारी नीयत साफ है। दरभंगा एम्स की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दे दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली जमीन दी।

हम सकारात्मक और विकासोन्मुख राजनीति करते हैं

इसपर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम सकारात्मक और विकासोन्मुख राजनीति करते हैं, इसलिए हमने दरभंगा के साथ अन्य जिलों को भी इसका संपूर्ण लाभ मिले, तभी हमने सबसे पहले उपयुक्त जमीन का चयन किया है।दरभंगा एम्स पर बवाल लेकिन दुर्भाग्य पूर्ण रूप से केंद्र से अभी तक इसके लिए स्वीकृति नहीं मिली। आपको अवगत कराना चाहेंगे कि दरभंगा में 1946 से स्थापित बिहार के प्रतिष्ठित दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बिहार सरकार ने (569+2546) कुल 3115 करोड़ का अपने खर्च से (400+2100) 2500 बेड का सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल और आधुनिक भवन एवं आवासीय परिसर का निर्माण करवा रही है।

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