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- December 27, 2023
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को केंद्र सरकार के कड़े निर्देश, फेक वीडियो वायरल होने पर IT नियमों के तहत करें कार्रवाई
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को केंद्र सरकार के कड़े निर्देश- बॉलीवुड एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का कथित वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर…
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को केंद्र सरकार के कड़े निर्देश- बॉलीवुड एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का कथित वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने के बाद डीपफेक विवाद बढ़ गया है। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक के बाद एक तीन से चार एक्ट्रेस के डीपफेक वीडियो वायरल हो गए। इस तरह के डीपफेक वीडियो ने तथ्य और झूठ के बीच की दूरी को पाट दिया है, जिससे सरकार चिंतित है। सरकार ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं और उन्हें कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है।
सरकार ने मंगलवार को फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए दिशानिर्देश जारी किए और कहा कि मौजूदा आईटी नियमों के तहत, उन्हें डीपफेक वीडियो के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। अगर ऐसे वीडियो को उनके प्लेटफॉर्म से नहीं हटाया गया तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को कार्रवाई के निर्देश
सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को बताया है कि मौजूदा आईटी नियमों का कौन सा हिस्सा ऐसी सामग्री पर अंकुश लगाने के लिए निर्देशित है। आईटी नियमों का नियम 3(1)(बी) किसी भी व्यक्ति के अधिकारों का उल्लंघन करने वाली किसी भी सामग्री को ब्लॉक करने का निर्देश देता है। इस प्रकार की सामग्री निजी, अश्लील या अश्लील सामग्री पर भी रोक लगाती है। इसके अलावा, उन्हें ऐसी सामग्री को भी रोकना चाहिए जो उपयोगकर्ताओं को गुमराह करती है और किसी व्यक्ति की पहचान का उपयोग करने जैसे झूठे तथ्य प्रस्तुत करती है।
रश्मिका का वीडियो हुआ था वायरल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को केंद्र सरकार के कड़े निर्देश- हाल ही में सोशल मीडिया पर बॉलीवुड एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में दिख रही लड़की वास्तव में रश्मिका मंदाना लग रही थी, लेकिन वह ब्रिटिश मूल की influencer थी। इस वीडियो पर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी कमेंट करते हुए चिंता जताई और सरकार से ऐसे वीडियो को रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया। डीपफेक वीडियो के मुद्दे पर बहस इसलिए भी तेज हो गई है क्योंकि इस तरह के वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी के मामले भी सामने आने लगे हैं।