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- June 7, 2023
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ओडिशा ट्रेन हादसे की वजह सामने आई! प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी, एक गलती और 288 मौतें
ओडिशा रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में हम सभी के लिए यह…
ओडिशा रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में हम सभी के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि हादसे के पीछे आखिर कारण क्या था? एक निजी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरलॉकिंग सिस्टम लूप लाइन सेट की गई और सिग्नल ग्रीन होते ही ट्रेन आगे बढ़ गई। जानकारी के मुताबिक ये रिपोर्ट पीएम मोदी को सौंपी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोमंडल एक्सप्रेस को सीधे जाना था, लेकिन लूप लाइन पर इंटरलॉकिंग सिस्टम लगा होने के कारण ट्रेन आगे बढ़ गई।
कैसे फेल हुआ इंटरलॉकिंग सिस्टम?
भले ही सिग्नल हरा हो जाए, अगर इंटरलॉकिंग सिस्टम सिग्नल के अनुरूप नहीं है यानी दूसरी दिशा में है, तो इसका मतलब है कि इंटरलॉकिंग सिस्टम टूट गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सिग्नल ग्रीन होने की वजह से इंटरलॉकिंग सिस्टम लूप लाइन सेट की गई और ट्रेन आगे बढ़ी।
रेलवे ने क्या कहा?
रेलवे का मानना है कि उनके सिग्नलिंग सिस्टम में यह गड़बड़ी संभव नहीं है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया कि सिग्नल अलग हों और उनका इंटरलॉकिंग अलग हो। यह सिस्टम बहुत मजबूत है। हादसे के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीनों में बदलाव की वजह से हुआ है।
कोरोमंडल कैसे लूप लाइन में चला गया?
कोरोमंडल एक्सप्रेस को संकेत दिया गया और अप मेन लाइन पर भेज दिया गया, लेकिन ट्रेन लूप लाइन पर चलती रही और लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकराकर पटरी से उतर गई। इसी बीच बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस मेन लाइन से नीचे से गुजर रही थी और पलटा हुआ कोरोमंडल डिब्बा उससे टकरा गया।