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- August 4, 2023
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प्रोजेक्ट चीता को सफल करने का मिला उपाय, कम उम्र के चीते लाने की एक्सपर्ट्स ने दी सरकार को सलाह
मध्यप्रदेश के कूनो में मार्च महीने से अब तक कुल 9 चीतों की मौत होने से देश के प्रोजेक्ट चीता…
मध्यप्रदेश के कूनो में मार्च महीने से अब तक कुल 9 चीतों की मौत होने से देश के प्रोजेक्ट चीता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट्स ने प्रोजेक्ट चीता को सफल बनाने की सरकार को सलाह दी है। मध्यप्रदेश के कूनो में चीता प्रोजेक्ट से जुड़े अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट्स ने सरकार को सलाह दी है कि भारत में बसाने के लिए कम उम्र के वयस्क चीतों को प्राथमिकता दी जाए तो यह प्रोजेक्ट सफल हो सकता है।
बता दें कि मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में प्रोजेक्ट चीता के अंतर्गत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 चीतों का समूह लाया गया था। जिसमें 4 शावकों का जन्म होने के बाद चीतों की संख्या 24 हुई थी। लेकिन दुर्भाग्य से मार्च महीने से अगस्त महीने तक 24 में से 9 चीतों की मौत होने के बाद अब यह संख्या 15 हो गई है। ऐसे में प्रोजेक्ट चीता पर भी संकट के बादल घिर गए हैं।
एक के बाद एक चीतों की मौत के मामले में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने सरकार को सुझाव दिया है कि भारत में लाने के लिए कम उम्र के वयस्क चीतों को प्राथमिकता दी जाए तो यह प्रोजेक्ट सफल होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि कम उम्र के चीते मानव उपस्थिति और बदलते वातावरण में अपने आप को आसानी से डाल सकते हैं। बड़ी उम्र के चीते की तुलना में कम उम्र के चीते बदले हुए वातावरण में जल्दी से सेट हो सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि कम उम्र के चीते बड़ी उम्र के चीतों से कम आक्रमक होते हैं। अगर कम उम्र के चीते लाए तो एक और फायदा यह होगा कि आपसी लड़ाई से होने वाली मौत भी कम हो जाएगी क्योंकि छोटी उम्र के चीते बड़ी उम्र के चीतों जितने आक्रमक नहीं होते।