क्या है ये जवाहर प्वाइंट?

क्या है ये जवाहर प्वाइंट? किसने रखा नाम और क्या है मिशन चंद्रयान से संबंध, जानिए विस्तार से दक्षिण अफ्रीका…

क्या है ये जवाहर प्वाइंट? किसने रखा नाम और क्या है मिशन चंद्रयान से संबंध, जानिए विस्तार से

क्या है ये जवाहर प्वाइंट? किसने रखा नाम और क्या है मिशन चंद्रयान से संबंध, जानिए विस्तार से
दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस से स्वदेश लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो के बाद बेंगलुरु स्थित इसरो मुख्यालय पहुंचे। जहां पीएम मोदी ने सबसे पहले इसरो प्रमुख एस सोमनाथ और चंद्रयान-3 मिशन में शामिल टीम के अन्य वैज्ञानिकों से मुलाकात की और पूरी टीम को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए बधाई दी। इसके बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग को ऐतिहासिक बताया।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा-, मैं दक्षिण अफ्रीका में था और फिर ग्रीस चला गया लेकिन मेरा मन आपके साथ था। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि कभी-कभी ऐसा लगता है कि मैं आपके साथ अन्याय कर रहा हूं, क्योंकि जोश मेरा है और भुगतना आपको पड़ता है। आज मैंने आप सभी को इतनी सुबह-सुबह बुलाया है, आपको परेशानी हुई होगी, लेकिन मैं जल्द से जल्द यहां आकर आपको प्रणाम करना चाहता था। जिसके बाद वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए पीएम मोदी अचानक भावुक हो गए।

वहीं, पीएम मोदी के संबोधन के बाद से जवाहर प्वाइंट शब्द आज लगातार ट्रेंड कर रहा है। आखिर बहुत से लोग यह जानने को उत्सुक रहते हैं कि आखिर यह जवाहर पॉइंट क्या है और इसका नाम कैसे पड़ा। तो हम आपको बता दें कि यह मिशन चंद्रयान से संबंधित है। यह नाम चंद्रयान-1 के समय दिया गया था और इस समय सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा हो रही है। इस मुद्दे पर बीजेपी और विपक्ष के नेता ट्वीट कर रहे हैं।

जवाहर प्वाइंट क्या है?

चंद्रयान-1 को 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च किया गया था। यह 8 नवंबर को चांद की कक्षा में प्रवेश कर गया। फिर स्टेप वाइज 12 नवंबर को चांद से करीब 100 किलोमीटर दूर पहुंच गया, लेकिन 14 नवंबर 2008 को चंद्रयान-1 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास क्रैश लैंडिंग। चंद्रयान-1 की क्रैश लैंडिंग चांद के दक्षिणी ध्रुव में मौजूद शैकेलन क्रेटर के पास रही। क्योंकि उस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती थी, इसलिए उस इम्पैक्टर साइट का नाम ‘जवाहर पॉइंट’ रख दिया।

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट का नाम शिवशक्ति प्वाइंट रखा था। इस पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट करते हुए कहा कि पहले भारत बनाम परिवार। उन्होंने लिखा कि चंद्रयान-1 के लैंडिंग या इंपेक्ट प्वाइंट को जवाहर प्वाइंट नाम दिया गया। वहीं चंद्रयान-2 के लैंडिंग प्वाइंट को तिरंगा प्वाइंट और चंद्रयान-3 के लैंडिंग प्वाइंट को शिवशक्ति प्वाइंट कहा जाता है। यही अंतर है कांग्रेस और बीजेपी में।

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