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- July 5, 2023
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अजित पवार ने चुनाव आयोग के सामने एनसीपी और चुनाव चिन्ह पर किया दावा
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से उठापटक चल रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को लेकर राजकीय गलियारों में…
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से उठापटक चल रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को लेकर राजकीय गलियारों में गर्मा गर्मी का माहौल है। शरद पवार और अजीत पवार दोनों ने एनसीपी के विधायकों की बैठक बुलाई थी। इसके बाद अब चुनाव आयोग के दरवाजे तक एनसीपी का मामला पहुंच चुका है। अजित पवार ने चुनाव आयोग से कहा है कि एनसीपी दो भागों में बैठ चुकी है। तो चुनाव चिह्न और पार्टी पर निर्णय लिया जाए। अजित पवार ने अपने समर्थन में विधायक और सांसदों के 40 से ज्यादा हलफनामे दाखिल भी कर दिए हैं।

चुनाव आयोग के समक्ष शरद पवार ने याचिका दायर की है कि इस लड़ाई के बीच में चुनाव आयोग कोई भी निर्देश पारित करें। उससे पहले उनका पक्ष सुना जाए। अब आने वाले दिनों में चुनाव आयोग अजीत पवार और शरद पवार की याचिकाओं पर कार्यवाही कर सकता है। साथ ही दोनों पक्ष चुनाव आयोग के सामने अपने समर्थन के दस्तावेजी सबूत भी पेश कर सकते हैं।
रातोंरात अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया
शरद पवार ने 1999 में एनसीपी की स्थापना की थी। लेकिन पिछले रविवार को एनसीपी का विभाजन हो गया और अजीत पवार 40 से अधिक विधायकों के समर्थन के साथ महाराष्ट्र में शिवसेना भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गए। इस गठबंधन के बाद रातों-रात अजित पवार को महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बना दिया गया और एनसीपी के 8 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई। अब अजित पवार ने पार्टी के वरिष्ठ नेता जैसे कि प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, दिलीप वालों के साथ असली एनसीपी पर अपना दावा किया है। यह मामला अब चुनाव आयोग तक पहुंच चुका है।