भारत के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहता है जर्मनी, आईटी प्रोफेशनल्स के लिए वर्क वीजा प्रक्रिया को करेगा सरल

भारत के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहता है जर्मनी, आईटी प्रोफेशनल्स के लिए वर्क वीजा प्रक्रिया को करेगा सरल शिक्षा…

भारत के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहता है जर्मनी, आईटी प्रोफेशनल्स के लिए वर्क वीजा प्रक्रिया को करेगा सरल

शिक्षा के लिए बड़ी संख्या में भारतीय छात्र विदेशों का रुख कर रहे हैं। जर्मनी भी उन देशों की सूची में शामिल है, जहां पर भारतीय स्टूडेंट्स का पढ़ने का सपना होता है। वहीं अब खबर आ रही है कि जर्मनी अपने वीजा प्रोसेस को अधिक सरल बनाएगा ताकि भारतीय छात्र आसानी से जर्मनी आ सके।

बता दें कि भारत और जर्मनी के बीच के आपसी सहयोग से इंडो पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभुत्व को संतुलित करने में मदद मिल सकता है। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज दो दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं। इस दौरान दोनों देशों यानी भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े सभी पहलुओं और महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। गौरतलब है कि इस यात्रा के बाद भारत-जर्मनी रणनीतिक गठबंधन को और मजबूत करने का मौका मिलेगा।

अच्छे संबंध चाहता है जर्मनी

आज हर कोई विकास के नए रास्ते तलाश रहा है और कभी-कभी भारतीय नई चीजें सीखने के लिए विदेशों का भी रुख करते हैं। उनमें से कई भारत से जर्मनी जाने की सोच रहे हैं, जो सभी के लिए अच्छी खबर है। आपको बता दें कि भारत दौरे पर आए जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा कि वह भारत के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहते हैं और साथ ही उनकी कोशिश भारतीयों के लिए जर्मनी जाने की प्रक्रिया को आसान बनाने की भी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि जर्मनी में आईटी क्षेत्र में वर्तमान में कुशल श्रमिकों की कमी है और वर्तमान में आईटी प्रोफेशनल्स के लिए कई अवसर हैं।

वर्क वीजा प्रक्रिया होगी आसान

भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आए स्कोल्ज ने बेंगलुरु में कहा कि जर्मनी की सरकार भारत से आईटी प्रोफेशनल्स के लिए वर्क वीजा प्राप्त करने की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहती है और इस वर्ष उनकी सरकार की प्राथमिकता कानूनी ढांचे में सुधार करना है। जर्मनी के उद्योग यहां सॉफ्टवेयर डेवलपर्स और कुशल आईटी प्रोफेशनल्स को आकर्षित कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे वर्क वीजा जारी करने की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहते हैं। विधायी प्रक्रिया के अलावा हम पूरी प्रशासनिक प्रक्रिया का भी आधुनिकीकरण करना चाहते हैं।

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