उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग से आनेवाली है खुशखबरी, जल्द निकलनेवाले हैं टनल में फंसे 41 मजदूर

उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीमें जी जान से लगी हुई…

उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग
उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीमें जी जान से लगी हुई है। ऑगर मशीन के फेल होने के बाद रेट माइनर्स ने बाकी काम पूरा करने का जुम्मा उठाया, जिसमें सुरंग में 17 दिनों से फंसे मजदूरों को निकालने के लिए जहां देश-विदेश की बड़ी-बड़ी मशीनें फेल हो गई, वहां रैट माइनर्स कमाल दिख रही है। रैट माइनर्स मशीन ने कल से अब तक 5 मीटर की खुदाई कर ली है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि टनल में 54 मीटर तक पाइप डाले जा चुके हैं। अब रैट माइनर्स मजदूरों से मात्र 3 मीटर दूर है। ऐसा कहा जा रहा है कि किसी भी वक्त मजदूरों को रेस्क्यू किया जा सकता है। सीएम धामी ने बताया कि विशेष मजदूरों की टीम रैट-होल खनन तकनीक का इस्तेमाल कर हाथ से मलवा हटा रहे हैं। इसके बाद इसमें 800 मिमी व्यास वाले पाइप डाले जा रहे हैं।

पीएम मोदी ने जाना श्रमिकों का हाल

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सुरंग में फंसे श्रमिकों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने ड्रिलिंग के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की और उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के साथ-साथ बाहर राहत बचाव कार्य में जुटे लोगों की भी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के परिजनों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी रणनीति पर भी चर्चा की।

पहाड़ ने हमें एक चीज सिखाई- विनम्र रहना

अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि हम पहले भी सकारात्मक थे और आज भी सकारात्मक हैं। आज पहला दिन जब मैंने कहा कि मुझे अच्छा लग रहा है, पहाड़ की चोटी पर ड्रिलिंग बिल्कुल सही तरीके से हो रही है। सुरंग में भी ड्रिलिंग का काम अच्छी तरह से चल रहा है। पहाड़ ने हमें एक चीज सिखाई है- वह है विनम्र रहना। 41 मजदूर जल्द ही अपने घर स्वस्थ और सुरक्षित जाएंगे।

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