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- August 2, 2023
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नूंह में दंगा रोकने के लिए 20 अगस्त तक इंटरनेट बंद, जानें कैसे काम करता है इंटरनेट शटडाउन
नूंह में दंगा रोकने के लिए 20 अगस्त तक इंटरनेट बंद-हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को हिंसा भड़क गई,…
नूंह में दंगा रोकने के लिए 20 अगस्त तक इंटरनेट बंद-हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को हिंसा भड़क गई, जिसमें दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया। बृजमंडल क्षेत्र में जलाभिषेक जुलूस के दौरान दो गुटों में मारपीट हो गई। इसके बाद नूंह के अलावा गुरुग्राम में भी कई जगह आग लगी। हालात से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ने जिले में कर्फ्यू लगा दिया और धारा 144 लगा दी। सरकार ने हिंसा प्रभावित नूंह में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी है। फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं को वायरल होने से रोकने के लिए 2 अगस्त तक इंटरनेट बंद रहेगा।
बता दें, दंगों में कई लोग मारे गए थे जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। दर्जनों गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। भारी हंगामे के बीच पुलिस ने इस तूफान को रोकने की काफी कोशिश की। हालांकि, अब यहां इंटरनेट बंद कर दिया गया है, ताकि भड़काऊ और भ्रामक सामग्री न फैले। जब भी कहीं हिंसा होती है तो सरकार इंटरनेट बंद करने का फैसला लेती है, लेकिन ऐसा क्यों किया जाता है?
इंटरनेट शटडाउन
नूंह में दंगा रोकने के लिए 20 अगस्त तक इंटरनेट बंद- इंटरनेट शटडाउन या नेटबंदी का मतलब इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध है। पहले से चल रहे दंगों को और बढ़ने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। दरअसल, इंटरनेट एक-दूसरे से जुड़ने या बात करने का एक अहम जरिया है। हालांकि, कुछ असामाजिक तत्व दंगों जैसे अवसरों का लाभ उठाने के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं। ये लोग इंटरनेट के माध्यम से व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी खबरें, गलत सूचनाएं और भड़काऊ चीजें साझा करते हैं। ऐसे मामले आम जनता तक जाने से स्थिति खराब होने की आशंका है। इसीलिए सरकार इन सभी चीजों को रोकने के लिए सीधे इंटरनेट बंद कर देती है।
इंटरनेट शटडाउन कैसे काम करता है?
इंटरनेट कोई बटन नहीं है जिसे दबाकर इंटरनेट चालू या बंद किया जा सके। इंटरनेट सेवा प्रदाता (आईएसपी) ऐसी कंपनियां हैं जो इंटरनेट सेवाएं प्रदान करती हैं। जब भी इंटरनेट बंद करना होता है तो सरकार इन ISP कंपनियों को किसी खास इलाके का इंटरनेट बंद करने का आदेश देती है।
नेटिंग के तरीके
इंटरनेट बंद होने के कारण उस क्षेत्र के लोग कोई भी वेबसाइट या अन्य चीजें नहीं चला सकते। DNS ब्लॉकिंग भी एक साधन है जिसके द्वारा नेट बंद किया जाता है। इसके अलावा स्पीड थ्रॉटलिंग, ब्लैकलिस्टिंग जैसे कई तरीके हैं जिनका इस्तेमाल इंटरनेट बंद करने के लिए किया जाता है।