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- June 20, 2023
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‘अंतरराष्ट्रीय गद्दार दिवस’ मनाए जाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी, मुंबई पुलिस ने उद्धव ठाकरे गुट और NCP को दी चेतावनी
महाराष्ट्र की सियासत में आज का दिन बहुत खास है, क्योंकि बीते साल 20 जून को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व…
महाराष्ट्र की सियासत में आज का दिन बहुत खास है, क्योंकि बीते साल 20 जून को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 40 विधायकों ने उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ बगावत की थी। अब शिवसेना ने इस दिन को ‘गद्दार दिवस’ के तौर पर मनाने का ऐलान कर दिया है। इसी कारण से मुंबई पुलिस ने शिवसेना और एनसीपी कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी कर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित नहीं करने की चेतावनी दी है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों के पार्टी छोड़ने के एक साल बाद दोनों पार्टियां आज ‘अंतरराष्ट्रीय गद्दार दिवस’ के रूप में विरोध करने जा रही है। गद्दारी के मुद्दे पर राज्य की सियासत गरमाई हुई है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
शिवसेना ने संयुक्त राष्ट्र को लिखा पत्र
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना 20 जून को ‘विश्व गद्दार दिवस’ के तौर पर मनाने की मांग कर रही है। शिवसेना के नेता संजय रावत ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटारेस को पत्र लिखा है। इस पत्र में संजय रावत ने लिखा है। कि भारत के उच्च सदन के सदस्य और शिवसेना के नेता के तौर पर यह प्रस्ताव देता हूं कि विश्व गद्दार दिवस को 20 जून को मनाया जाए। इसी दिन शिवसेना के 40 विधायकों के एक बड़े ग्रुप ने भाजपा के उकसावे पर शिवसेना छोड़ दी थी और महाविकास अघाड़ी की सरकार को गिराने की कोशिश की। इन लोगों ने उद्धव ठाकरे के साथ धोखाधड़ी की, इसलिए मैं अपील करता हूं कि 20 जून को अंतरराष्ट्रीय गद्दार दिवस के रूप में मनाया जाए।
शिवसेना और एनसीपी को नोटिस जारी
एकनाथ शिंदे की बगावत को आज 1 साल पूरा हो चुका है। पिछले साल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के कारण शिवसेना में विभाजन हो गया था और एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना छोड़ दी थी। आज उनका एक साल पूरा हो गया है। इस मौके पर आज उद्धव ठाकरे गुट और एनसीपी गद्दार दिवस मनाने जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना गुट और एनसीपीजी कार्यकर्ताओं द्वारा इस तरह के पोस्टर शेयर किए जा रहे हैं, इससे कानून व्यवस्था के लिए समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए मुंबई पुलिस द्वारा उद्धव ठाकरे समूह के शाखा प्रमुख समेत पूर्व पार्षदों और कुछ नेताओं को नोटिस भेज दिया है। इस नोटिस में साफ निर्देश दिए गए हैं कि यदि इस दिवस को मनाया जाता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।