बवासीर से जूझ रहे लोगों के लिए रामबाण है ये 6 चीजें, नहीं आएगी सर्जरी की नौबत

बहुत से लोग बवासीर की समस्या से पीड़ित होते हैं, लेकिन शर्म की वजह से वह इसका इलाज नहीं करवा…

बहुत से लोग बवासीर की समस्या से पीड़ित होते हैं, लेकिन शर्म की वजह से वह इसका इलाज नहीं करवा पाते। अगर आप इसका समय से उपचार नहीं करते हैं तो आपको दर्द, जलन, खून आने की समस्या झेलनी पड़ती है। कई बार तो सर्जरी तक की नौबत आ सकती है। इसलिए आज से ही खाने में फाइबर से भरी 6 चीजों का सेवन करें और बवासीर की समस्या से आराम पाएं…

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क्यों होती हैं बवासीर की समस्या?

बवासीर की समस्या आजकल खराब खानपान की वजह से यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है। बवासीर में मलाशय और गुदा के पास की नसों में सूजन आ जाती है, जिस वजह से मल त्याग के दौरान दर् , जलन या खून भी आ सकता है। बवासीर दो प्रकार का होता है। एक जिसमें बादी नसें खुल जाती है और दूसरा जिसमें मलत्याग के दौरान खून आता है।


1. गेहूं का चोकर

NIH की रिपोर्ट के अनुसार, एक कप के चोकर में 9 पॉइंट 1 ग्राम फाइबर की मात्रा पाई जाती है। अगर आप भी बवासीर की समस्या से परेशान हैं, तो आप रेडी टू ईट गेंहूं का चोकर खा सकते हैं। इसमें अघुलनशील फाइबर की मात्रा होती है जो आपको मल त्याग को आसान बनाती है।

2. सूखा आलू बुखारा

सूखे आलू बुखारा में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है और सूखे आलू बुखारे के सेवन से कब्ज और मोटापा दोनों को कम किया जा सकता है। सूखे आलू बुखारा के सेवन से आंतों में बवासीर का संक्रमण कम हो सकता है, क्योंकि यह एंटीबैक्टीरियल के रूप में काम करता है।

3. कॉर्न

बवासीर के इलाज के लिए प्राचीन काल से ही लोग खाने में मकई का उपयोग करते आ रहे हैं, क्योंकि लगभग एक कप कॉर्न में 4.2 ग्राम फाइबर की मात्रा होती है। इसमें फाइबर के अलावा एंटीऑक्सीडेंट गुण ही मौजूद होते हैं, जो आपको बवासीर से होने वाले दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

4. दाल और फलियां

दाल, फलियां, छोटे लिमा, बीन्स, मटर, शकरकंद, साबुत अनाज, जिस चीज में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है और बवासीर के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक होती है। इससे मल त्याग के दौरान जलन दर्द नहीं होती है और मल त्याग आसानी से होता है।

5. जौ

जौ में विटामिन β-ग्लूकेन फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो कोनल में टूटकर चिपचिपा जेल बनाता है और मल को नरम बनाता है। इसी के साथ साथ पेट की समस्या को भी दूर करता है और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखता है।


6. सेब

एक सेब में लगभग 4 पॉइंट 4 ग्राम फाइबर की मात्रा होती है। सेब के छिलके में फाइबर पाचन के दौरान टूटता नहीं है और मल को नर्म बनाने में मदद करता है। इससे मल करते समय दर्द और खून आने की समस्या कम हो जाती है।

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