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- June 22, 2023
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अमरनाथ यात्रा के लिए एडवाइजरी जारी, श्रद्धालुओं को जाने से पहले कई काम करने को कहा गया
हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा का बहुत महत्व है। कहा जाता है कि जो भी यहां बर्फ के शिवलिंग के…
हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा का बहुत महत्व है। कहा जाता है कि जो भी यहां बर्फ के शिवलिंग के रूप में विराजमान भगवान शिव के दर्शन करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस साल अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है। ऐसे में अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने हेल्थ एडवाइजरी जारी की है ताकि श्रद्धालु पहले से तैयार रहें और यात्रा के दौरान उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।

एक महीने पहले ही सुबह-शाम टहलना शुरू कर दें
ऊंचाई पर किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए क्या करना चाहिए, इससे जुड़ी सारी जानकारी एडवाइजरी में दी गई है। कहा गया है कि तीर्थयात्रा पर आने से पहले श्रद्धालुओं का शारीरिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है। इसके लिए तुरंत तैयारी शुरू कर दें। यानी यात्रा से एक महीने पहले ही सुबह-शाम टहलना शुरू कर दें। इस बीच रोजाना 4-5 किमी पैदल चलें।
जाने से पहले डॉक्टर से चेकअप कराना जरूरी
इसके अलावा शरीर में ऑक्सीजन की उचित मात्रा के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है। यात्रा से पहले गहरी सांस लेने के व्यायाम और प्राणायाम करें। अगर आपको पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है तो यात्रा पर जाने से पहले डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है। यात्रा के दौरान चढ़ाई करते समय धीरे-धीरे चलें और ढलान पर आराम करें। बाबा बर्फानी के नाम से मशहूर अमरनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालु हर साल बेसब्री से इंतजार करते हैं।
अमरनाथ यात्रा सबसे कठिन यात्राओं में से एक
इस साल 1 जुलाई से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा 31 अगस्त को खत्म होगी। मान्यता है कि बाबा बर्फानी की इसी गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को उनके अमर होने का रहस्य बताया था। अमरनाथ यात्रा सबसे कठिन यात्राओं में से एक मानी जाती है। जम्मू-कश्मीर में 14 किमी तक की इस यात्रा के दौरान ऊंची ऊंचाइयों, खड़ी पहाड़ियों और संकरी सड़कों से गुजरना पड़ता है। यही वजह है कि इस यात्रा से पहले श्रद्धालुओं के लिए हेल्थ एडवाइजरी की घोषणा की गई है।