कोरोना के नए सब-वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस; जानें कितना गंभीर है यह

कोरोना के नए सब-वेरिएंट- दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली कोरोना महामारी ने एक बार फिर चिंता बढ़ा…

कोरोना के नए सब-वेरिएंट- दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली कोरोना महामारी ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। देश में हर घंटे कम से कम 26 से 27 लोग संक्रमित हो रहे हैं, जिससे डर का माहौल बन गया है। देश में कोरोना के सब-वेरिएंट JN.1 से संभावित ट्रांसमिशन को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कोरोना मामलों के आंकड़ों की घोषणा की, जिसके अनुसार कोविड के 640 मामले सामने आए जिससे देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2997 हो गई। कोरोना की सबसे बड़ी चिंता नए वैरिएंट JN.1 से बढ़ रही है। माना जा रहा है कि कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी जेएन.1 वायरस के कारण हो रही है, जो कि कोविड ओमिक्रॉन वर्जन का वंशज है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जानकारी दी है कि पिछले एक महीने में दुनिया भर में कोरोना वायरस के मामलों में 52 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

क्या यह वैरिएंट गंभीर है?

नीति आयोग के एक स्वास्थ्य सदस्य ने कहा- जेएन.1 वेरिएंट के कारण कोविड मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन गंभीर मामलों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है। यह वही वायरस है जो दूसरे देशों में भी फैल रहा है। WHO का कहना है कि JN.1 वैरिएंट के स्वास्थ्य प्रभावों को निर्धारित करने के लिए आगे के अध्ययन की आवश्यकता है। JN.1 अच्छे प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोगों को भी प्रभावित करता है। जो लोग ठंडे देशों में रहते हैं उन्हें भी सावधानी बरतनी चाहिए।

JN.1 वेरिएंट की क्या विशेषताएं हैं?

कोरोना के नए सब-वेरिएंट- वर्तमान में JN.1 वेरिएंट में कोविड-19 के ही सभी लक्षण हैं। सीडीसी के मुताबिक, JN.1 वैरिएंट अन्य वैरिएंट की तुलना में नए लक्षणों के साथ फैल भी सकता है और नहीं भी। इस समय कोरोना के मरीजों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की और कोरोना वायरस को लेकर नई गाइडलाइंस का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। देश में वैज्ञानिक नए वेरिएंट का विश्लेषण कर रहे हैं। उन्होंने राज्यों से जांच बढ़ाने और निगरानी प्रणाली को मजबूत करने का आग्रह किया।

स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी कि वे नए वेरिएंट पर नज़र रखने की सुविधा के लिए सभी कोरोना मामलों के नमूने INSACOG लैब में भेजें। इसके साथ ही राज्यों से जागरूकता फैलाने, महामारी प्रबंधन करने और तथ्यात्मक रूप से उचित एवं सही जानकारी का खुलासा करने का आग्रह किया गया।

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