दुनिया ने देखी चंद्रयान की सफलता, सबकी निगाहें G20 पर, मन की बात में बोले पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो शो ‘मन की बात’ के 104वें एपिसोड को रविवार को संबोधित किया। इस रेडियो…

G20

पीएम नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो शो ‘मन की बात’ के 104वें एपिसोड को रविवार को संबोधित किया। इस रेडियो शो में पीएम मोदी ने पूरे भारत के आम लोगों की प्रेरक जीवन यात्रा को देश के लोगों के साथ साझा किया। उन्होंने जी-20 समिट को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- जी-20 हमारी प्रेसीडेंसी है। पीपुल्स प्रेसीडेंसी है, जिसमें जनभागीदारी की भावना सबसे आगे है। G20 इलेवन एंगेजमेंट ग्रुप, शिक्षा जगत, सिविल सोसाइटी, युवा, महिलाएं, हमारे सांसद, उद्यमी और शहरी प्रशासन से जुड़े लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसे लेकर देशभर में योजना बनाई जा रही है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग किसी न किसी रूप में इससे जुड़ चुके हैं। जनभागीदारी के हमारे प्रयास में एक नहीं, दो-दो विश्व रिकॉर्ड बने हैं।

वाराणसी में आयोजित G20 क्विज में 800 स्कूलों के 1.5 लाख छात्रों की भागीदारी का नया विश्व रिकॉर्ड बना। साथ ही लाना के कारीगरों ने भी बहुत अच्छा काम किया है। 450 कारीगरों ने लगभग 1800 अद्वितीय पैच का एक आश्चर्यजनक संग्रह बनाकर अपने कौशल और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की बेटियां अब अनंत प्रतीत होने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं। जब देश की बेटियां इतनी महत्वाकांक्षी हो जाएंगी, तो देश को विकसित होने से कौन रोक सकता है?

चंद्रयान मिशन नारी शक्ति का उदाहरण

मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि 23 अगस्त को भारत और भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया कि संकल्प में चांद पर भी सूरज निकलता है। मिशन चंद्रयान नये भारत की इसी भावना का प्रतीक बन गया है। जो किसी भी तरह से जीतना चाहता है और जीतना जानता है। भारत का मिशन चंद्रयान भी नारी शक्ति का जीता जागता उदाहरण है। इस पूरे मिशन में कई महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर सीधे तौर पर शामिल हैं। इन्होंने अलग-अलग सिस्टम प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्ट मैनेजर जैसी कई जिम्मेदारियां संभाली हैं।

15 अगस्त के मौके पर बना नया रिकॉर्ड

इस बार 15 अगस्त को देश ने सबका प्रयास का सामर्थ्य देखा। सभी देशवासियों के प्रयासों ने ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को वास्तविक ‘हर मन तिरंगा अभियान’ बना दिया है। इस बार देशवासियों ने तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट करने का भी नया रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने कहा- संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है। इसे कई आधुनिक भाषाओं की उत्पत्ति भी कहा जाता है। आज लोगों में संस्कृत के प्रति जागरूकता और गौरव की भावना बढ़ रही है। इसके पीछे पिछले वर्षों में देश का विशेष योगदान है। हमारी संस्कृति से जुड़ने के लिए, हमारी मातृभाषा हमारी परंपरा का बहुत सशक्त माध्यम है। ऐसी ही एक है भारत की मातृभाषा, गौरवशाली तेलुगु भाषा। 29 अगस्त को तेलुगु दिवस मनाया जाएगा। आप सभी को तेलुगु दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

Related post

दुनिया भर से 1500 से ज्यादा पत्रकार एक ही छत के नीचे, जी-20 के लिए बना इंटरनेशनल मीडिया सेंटर

दुनिया भर से 1500 से ज्यादा पत्रकार एक ही…

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए पूरी तरह तैयार है। वीवीआईपी होटलों से लेकर कार्यक्रम स्थल तक पूरी तरह…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *