- ख़बरें
- February 7, 2023
- No Comment
- 1 minute read
तुर्की-सीरिया में विनाशकारी भूकंप से अब तक 4000 लोगों की मौत, चारों तरफ लाशों के ढेर
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप से अब तक 4000 लोगों की मौत हो चुकी है। तीन…
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप से अब तक 4000 लोगों की मौत हो चुकी है। तीन बड़े भूकंपों के बाद तुर्की और सीरिया तबाह हो गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.8, 7.6 और 6 रही। हर तरफ लाशों के ढेर नजर आ रहे हैं। प्राप्त खबरों के मुताबिक, हजारों लोग इस आपदा में घायल हुए हैं और मलबे में दबे अपनों की तलाश कर रहे हैं। भारत समेत दुनिया के कई देशों ने राहत सामग्री भेजी है। आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (एएफएडी) ने कहा कि तुर्की में भूकंप से 2,921 और सीरिया में 1,444 लोगों की मौत हुई है। इंसानों की बात करें तो मरने वालों की संख्या अभी भी बढ़ सकती है।
राष्ट्रीय शोक की घोषणा
पहला भूकंप तुर्की के गाजियांटेप प्रांत के पास नूरदागी में आया था, जो सीरियाई सीमा पर है। दूसरा भूकंप एकिनोजाहू में आया, जो कहारनमारस के पास है और तीसरा भूकंप गोक्सन में आया था, जो वर्तमान तुर्की प्रांत में है। विनाशकारी भूकंप के बाद राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस बीच, तुर्की के झंडे पूरे देश में और अन्य देशों में उनके आवासों पर आधे झुके रहेंगे। तुर्की और सीरिया में मंगलवार को भूकंप के झटके जारी रहे। चौबीस घंटे में यहां कई बार झटके आ चुके हैं, जिसके बाद से लोगों में काफी डर है।
1999 में तुर्की में भूकंप से 18 हजार लोग मरे थे पूरी दुनिया ने तुर्की और सीरिया को राहत सामग्री भेजना शुरू कर दिया है। भारत के अलावा ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, रूस, अमेरिका, जॉर्डन, मैक्सिको, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों ने तुर्की की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। तुर्की और सीरिया में आए इस शक्तिशाली भूकंप ने दक्षिण पूर्वी प्रांत के कहारनमारस प्रांत में भारी तबाही मचाई है। लेकिन इसका असर लेबनान की राजधानी बेरूत के अलावा दमिश्क में भी देखने को मिला है। जहां तक मिस्र की बात है, वहां के नागरिकों में काफी डर है। साल 1999 में तुर्की में ऐसा ही एक भूकंप आया था और उसमें 18 हजार लोगों की मौत हुई थी।