असम में बाढ़ से 37 हजार लोग प्रभावित, सिक्किम में भी 2 हजार पर्यटक फंसे

एक तरफ देश का पश्चिमी हिस्सा चक्रवात बिपरजॉय से प्रभावित है। जबकि देश का पूर्वी हिस्सा बाढ़ से जूझ रहा…

एक तरफ देश का पश्चिमी हिस्सा चक्रवात बिपरजॉय से प्रभावित है। जबकि देश का पूर्वी हिस्सा बाढ़ से जूझ रहा है। असम के 10 जिलों में बाढ़ से स्थिति बेहद गंभीर है। शनिवार को यहां की स्थिति और बिगड़ गई। बारिश के कारण 10 जिलों के कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे 37,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए है। उनमें से तीन हजार केवल बच्चे हैं।

37 thousand people affected by floods in Assam, 2 thousand tourists stranded in Sikkim

रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक 37,535 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. विश्वनाथ, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, होजाई, लखीमपुर, नगांव, सोनितपुर, तिनसुकिया और उदलगुड़ी इस साल बाढ़ की पहली लहर से प्रभावित जिलों में शामिल हैं। शुक्रवार तक राज्य के सात जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 34,189 थी। लखीमपुर सबसे ज्यादा प्रभावित जिला रहा, जहां 25,275 लोग बाढ़ की चपेट में हैं।

कई पेड़ गिरे, मकान क्षतिग्रस्त

इसके अलावा तेज बारिश ने भी यहां तबाही मचाई। कई पेड़ गिर गए हैं। कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात हुई तेज बारिश के दौरान कई पेड़ कई घरों पर गिर गए, जिससे घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।

भारी बारिश के कारण सिक्किम में फंसे 2 हजार पर्यटक

इस बीच सिक्किम में भारी बारिश से हालात बेहद नाजुक हैं। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यहां कई सड़कें बंद हैं। ऐसे में यहां देश-विदेश के 2 हजार पर्यटक फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सिक्किम जिला मुख्यालय मंगन से चुंगथांग जाने वाली सड़क अवरुद्ध हो गई है, जिससे यातायात बाधित हो गया है। इसमें 1975 भारतीय और 36 स्थानीय पर्यटक फंस गए हैं। 36 विदेशी पर्यटकों में से 23 बांग्लादेश के, 10 अमेरिकी और तीन सिंगापुर के हैं। इसके अलावा कई वाहन भी फंसे हुए हैं। खबरों के मुताबिक, कुल 345 कारें और 11 मोटरसाइकिलें उत्तरी सिक्किम में अलग-अलग जगहों पर फंसी हुई हैं।

Related post

भारत की एक और उपलब्धि, 73 साल बाद सिक्किम पहुंचेगा रेलवे, सेना को मिलेगा बड़ा फायदा

भारत की एक और उपलब्धि, 73 साल बाद सिक्किम…

सिक्किम 1950 में भारत में शामिल हुआ था और 73 साल में एक भी ट्रेन यहां तक नहीं पहुंची है। अब…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *