3 और 4 जून का दिन है बेहद खास… कर लिया यह उपाय तो घर में बढ़ेगी सुख-समृद्धि

ज्येष्ठ के महीने में पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस वर्ष ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा दो दिन अर्थात 3…

ज्येष्ठ के महीने में पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस वर्ष ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा दो दिन अर्थात 3 जून और 4 जून को रहेगी। पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 3 जून को सुबह 11 बजकर 16 मिनट से होगा। जबकि इसकी समाप्ति 4 जून को सुबह 9 बजकर 11 मिनट पर होगी। ऐसे में 3 जून को पूर्णिमा व्रत रखा जाएगा। जबकि स्नान और दान चार जून को होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन कुछ उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

3rd and 4th June is a very special day. If you do this remedy then happiness and prosperity will increase in the house
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत के उपाय

1. ज्येष्ठ मास में पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की तस्वीर के सामने 11 कौड़ियां रखकर उन्हें हल्दी से तिलक करें। अगले दिन कौड़ियां को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से आपको मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।

2. मान्यता है कि ज्येष्ठ माह में पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी पीपल के पेड़ में वास करने आती हैं। देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए, इस दिन सुबह स्नान करना चाहिए और पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। यह काम करने से धन संबंधी परेशानी से राहत मिलती है।

3. ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन चंद्र से संबंधित वस्तुओं का दान भी लाभकारी होता है। इस दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को सफेद वस्त्र, चीनी, चावल या सफेद वस्तु का दान करने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।

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