- राजनीति
- August 11, 2023
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‘आप’ सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित, संजय सिंह भी रिपोर्ट आने तक रहेंगे सस्पेंड
‘आप’ सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित, संजय सिंह भी रिपोर्ट आने तक रहेंगे सस्पेंड आम आदमी पार्टी के सांसद…

‘आप’ सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित, संजय सिंह भी रिपोर्ट आने तक रहेंगे सस्पेंड
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को शुक्रवार को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक ये निलंबित रहेंगे। सदन के नेता पीयूष गोयल ने इस संबंध में उच्च सदन में एक प्रस्ताव रखा, जिसे सदस्यों ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। इससे पहले, सभी विपक्षी दल सदन से बहिर्गमन कर चुके थे। संजय सिंह का भी निलंबन बढ़ा दिया गया है।
चड्ढा पर आरोप है कि उन्होंने राज्यसभा में दिल्ली सर्विसेज बिल, 2023′ को पारित कराने की प्रक्रिया के दौरान प्रवर समिति के गठन का प्रस्ताव दिया था और इस समिति के लिए चार सांसदों के नाम उनकी अनुमति के बिना शामिल कर दिए थे। इन चार सांसदों के नाम सस्मित पात्रा, एस फान्गनॉन कोन्याक, सुधांशु त्रिवेदी, एम थंबीदुरई और नरहरि अमीन हैं।
मिसबिहेव के लिए संजय सिंह भी निलंबित
वहीं, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आप सांसद संजय सिंह को भी निलंबित कर दिया है। विशेषाधिकार समिति की जांच तक संजय सिंह भी राज्यसभा से सस्पेंड रहेंगे। राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल ने संजय सिंह को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया था। इसे ध्वनिमत से पारित किया गया था। संजय सिंह को ‘अमर्यादित व्यवहार’ के कारण निलंबित किया गया है। मणिपुर मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री के जवाब के लिए संजय सिंह सभापति की कुर्सी के पास तक आ गए थे।
बीजेपी ने गलत हस्ताक्षर के लिए दुष्प्रचार किया
वहीं, इस मसले पर राघव चड्ढा ने कहा कि रूल बुक के अनुसार राज्यसभा संचालित होती है। इसमें लिखा है कि किसी भी चयन समिति के गठन के लिए कोई भी सांसद नाम प्रस्तावित कर सकता है। जिस सदस्य का नाम प्रस्तावित किया जाता है उसके हस्ताक्षर और लिखित सहमति की जरूरत नहीं होती है। रूल बुक में चयन समिति में प्रस्तावित किसी सदस्य का नाम देने के लिए लिखित सहमति या हस्ताक्षर के नियम नहीं हैं। इसके बावजूद बीजेपी द्वारा झूठा प्रचार फैलाया गया कि गलत हस्ताक्षर हो गया है।