अडानी एंटरप्राइजेज ने 20,000 करोड़ का FPO वापस लिया, अब गौतम अडानी का आया बयान

अडानी एंटरप्राइजेज ने 20,000 करोड़ रुपए तक के इक्विटी शेयरों के FPO को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही…

adani enterprisesअडानी एंटरप्राइजेज ने 20,000 करोड़ रुपए तक के इक्विटी शेयरों के FPO को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही अडानी ने निवेशकों का पैसा वापस करने का फैसला लिया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंगलवार को यह फैसला लिया। आंशिक रूप से पेड-अप आधार पर इक्विटी शेयरों का अंकित मूल्य 1 रुपये है। इस FPO पूर्ण सबस्क्राईब हुआ था।

वहीं, इसे रद्द करने के बाद अडानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अडानी ने कहा कि मुझे सभी हितधारकों से भारी समर्थन मिलने का सौभाग्य मिला है। मुझे यह स्वीकार करना जरूरी है कि मैंने जीवन में जो कुछ भी हासिल किया, उसका कारण निवेशकों का विश्वास है। मैं अपनी सारी सफलता का श्रेय उन्हीं निवेशकों को देता हूं। मेरे लिए, मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है और सब कुछ गौण है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ को वापस ले लिया है।

इससे पहले, स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 1 फरवरी, 2023 को हुई बैठक में इन शेयरों को वापस लेने का फैसला किया है। कंपनी ने कहा, “अडानी एंटरप्राइजेज ने 1 फरवरी को हुई बोर्ड मीटिंग में फैसला किया है कि हम FPO को आगे नहीं बढ़ाएंगे। कंपनी की मौजूदा स्थिति और हाल के बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए, ग्राहकों के हित में FPO के साथ आगे नहीं बढ़ने और लेनदेन को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया गया है।” बोर्ड ने कहा कि हम FPO में भाग लेने के लिए निवेशकों को धन्यवाद देते हैं। FPO की सदस्यता 31 जनवरी को बंद हो गई थी।

कंपनी ने कहा कि स्टॉक में अस्थिरता होने के बावजूद हमारे व्यवसाय और हमारे प्रबंधन में आपके भरोसे के लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं। हालांकि आज बाजार अच्छा रहा है। हमारे शेयर की कीमत में पूरे दिन उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसी असाधारण परिस्थितियों को देखते हुए कंपनी के बोर्ड ने महसूस किया कि इस स्तर पर इस FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक नहीं होगा। हमारे निवेशकों का हित सबसे पहले आता है।

कंपनी ने कहा- कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड अच्छा

कंपनी ने कहा कि भविष्य में किसी वित्तीय नुकसान से बचने के लिए बोर्ड ने इस FPO को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। हम लोगों को रिफंड जारी करने के लिए अपने बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (बीआरएलएम) के साथ काम कर रहे हैं। अभी हमारी बैलेंस शीट काफी मजबूत है। हमारा कैश फ्लो और एसेट्स सुरक्षित हैं। साथ ही, हमारा कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड अच्छा रहा है।

कंपनी ने कहा कि हमारा निर्णय हमारे वर्तमान संचालन और हमारी भविष्य की योजनाओं को प्रभावित नहीं करेगा। हम लंबे समय के वैल्यू क्रिएशन पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे और हमारी वृद्धि आंतरिक विकास से संचालित होगी। हमें विश्वास है कि हमें आपका सहयोग मिलता रहेगा।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद शेयरों में गिरावट

बता दें, अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट आई थी। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर स्टॉक मैनिप्युलेशन, मनी लॉन्ड्रिंग और अकाउंटिंग फ्रॉड में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। इसके बाद अदानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। इससे गौतम अडानी की संपत्ति में भी गिरावट आई थी और वह अमीरों की लिस्ट में 10वें नंबर पर आ गए।

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