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- July 30, 2023
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मानसून में खानपान में लापरवाही बरती तो परिणाम हो सकते हैं गंभीर, इन 4 चीजों से रहें दूर
बरसात का मौसम कई लोगों का पसंदीदा मौसम होता है। भीषण गर्मी के बाद जब बारिश का मौसम होता है,…
बरसात का मौसम कई लोगों का पसंदीदा मौसम होता है। भीषण गर्मी के बाद जब बारिश का मौसम होता है, तो राहत का एहसास होता है। बारिश में प्रकृति भी खिल उठती है। मानसून में मौसम सुहावना हो जाता है। लेकिन बारिश अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आती है। गर्मी से राहत के इस समय में हमें अपनी सेहत का खास ख्याल रखना होता है। खाद्य पदार्थों का चयन सावधानी से करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगर इस दौरान खानपान में लापरवाही बरती गई तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं।

1. नॉन वेज
श्रावण मास वर्षा ऋतु के दौरान आता है। शास्त्रों के अनुसार इस माह में मांस का सेवन वर्जित है। हालांकि, मानसून में नॉनवेज खाने से बचना सिर्फ धार्मिक नजरिए से ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक नजरिए से भी जरूरी है। इसका कारण यह है कि बरसात के मौसम में सीधी धूप न मिलने के कारण गैर-सब्जियां जल्दी सड़ जाती हैं और उनमें कीट लग जाते हैं।
2. हरी पत्तेदार सब्जियां
मानसून में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से बचना चाहिए। पोषक तत्वों का खजाना होने के कारण, ये वस्तुएं बरसात के मौसम में नम हो जाती हैं जो बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देती हैं। ऐसे में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से भी बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
3. दही
दही हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि यह पाचन को स्वस्थ रखता है। लेकिन बरसात के मौसम में दही नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह ठंडक देने वाला भोजन है और इससे सर्दी और गले में खराश हो सकती है।
4. दूध
बरसात के मौसम में कीड़े-मकोड़ों और मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे दूध देने वाले पशु भी बीमार हो जाते हैं, इसलिए इन पशुओं का दूध पीने से बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है।