नाइजर के बाद एक और अफ्रीकी देश में विद्रोह, सेना ने गैबॉन पर कब्जा किया, कई देशों ने लगाया प्रतिबंध

एक और अफ्रीकी देश में सरकार के खिलाफ विद्रोह हो गया है। नाइजर की तरह गैबॉन में भी सेना ने…

अफ्रीकी देश में विद्रोह

एक और अफ्रीकी देश में सरकार के खिलाफ विद्रोह हो गया है। नाइजर की तरह गैबॉन में भी सेना ने सरकार पर कब्जा कर लिया है। सेना के अधिकारियों ने खुद टीवी पर आकर यह घोषणा की। सेना के अधिकारियों ने बताया कि देश की सभी सीमाएं सील कर दी गई है। गैबॉन में तख्तापलट के समर्थन में कई लोग सड़कों पर उतरे। राष्ट्रपति अली बोंगो पिछले 14 साल से अपने पद पर बने हुए थे। तीसरी बार सेना के विरोध के बावजूद लगभग 65 प्रतिशत वोट जीतने के बाद बोंगो को फिर से राष्ट्रपति चुना गया।

नाइजर में स्थिति में सुधार नहीं

अफ्रीकी देशों में तख्तापलट का एक लंबा इतिहास रहा है। पिछले महीने 26 जुलाई को नाइजर में एक सैन्य जनरल ने राष्ट्रपति को बंधक बना लिया और देश पर अपना अधिकार घोषित कर दिया। नाइजर में हालात सामान्य करने की कोशिशें की जा रही है, लेकिन अभी तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।

सत्ता हस्तांतरण में 3 साल लगेंगे

15 देशों के संगठन ECOWAS ने नाइजर पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। वहां बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। इसके साथ ही अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने कई तरह के प्रतिबंध भी लगाए हैं, लेकिन नाइजर में तख्तापलट का नेतृत्व करने वाले सैन्य जनरल अपनी जिद से पीछे नहीं हट रहे हैं। वे कह रहे हैं कि सत्ता हस्तांतरण में 3 साल लगेंगे, यानी उनका तर्क है कि तीन साल में वे देश में हालात सामान्य कर देंगे।

नाइजर में फ्रांसीसी दूतावास पर हमला

नाइजर में सैन्य तख्तापलट का समर्थन करने वाले हजारों लोगों ने फ्रांसीसी प्रभाव के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की। इससे फ्रांसीसी दूतावास के सामने तनावपूर्ण और हिंसक दृश्य उत्पन्न हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तख्तापलट समर्थक प्रदर्शनकारियों ने यहां फ्रांसीसी दूतावास पर धावा बोल दिया और पुतिन जिंदाबाद के नारे लगाए

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *