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- March 1, 2023
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वानखेड़े स्टेडियम में लगेगा सचिन तेंदुलकर का स्टैच्यू, जानें क्या है इसके पीछे की वजह?
वानखेड़े स्टेडियम में लगेगा सचिन तेंदुलकर का स्टैच्यू, जानें क्या है इसके पीछे की वजह? मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने एक…
वानखेड़े स्टेडियम में लगेगा सचिन तेंदुलकर का स्टैच्यू, जानें क्या है इसके पीछे की वजह?
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने एक बड़ा फैसला लिया है। एसोसिएशन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर की प्रतिमा स्थापित करेगा। सचिन 24 अप्रैल को 50 साल के हो जाएंगे। साथ ही उन्हें इसी साल नवंबर में क्रिकेट से संन्यास लिए हुए 10 साल हो जाएंगे। सचिन ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच नवंबर 2013 में वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। बता दें,नवंबर में वर्ल्ड कप के दौरान इसका अनावरण किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमसीए अध्यक्ष अमोल काले ने कहा कि वानखेड़े स्टेडियम में पहली बार किसी का स्टैच्यू लगाया जाएगा। यह स्टैच्यू क्रिकेट में सचिन के योगदान को बतलाएगा। वे भारत रत्न हैं और जब उनसे तीन हफ्ते पहले इस स्टैच्यू को लगाने की अुनमति मांगी तो उन्होंने इसमें हामी भर दी।
इसी स्टेडियम में कोच ने लगाई थी फटकार
स्टैच्यू बनने पर सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। यह सब 1998 में वानखेड़े से शुरू हुआ था। मैंने अपना पहला रणजी ट्रॉफी मैच यहीं पर खेला था। यहीं पर मेरे प्रोफेशनल खिलाड़ी बनने से पहले कोच आचरेकर सर ने मुझे डांटा था और उसके बाद ही मैं एक गंभीर क्रिकेटर बना था। यह मेरे लिए बहुत खास जगह है। इस जगह से मेरी बहुत सारी यादें जुड़ी हुई हैं। वानखेड़े स्टेडियम में मेरा स्टैच्यू होना बड़ी बात है।’
भारत में दूसरी बार किसी क्रिकेटर की प्रतिमा लगेगी
सचिन ऐसे दूसरे क्रिकेटर होंगे, जिसकी प्रतिमा लगेगी। अब तक केवल पूर्व भारतीय कप्तान कर्नल सीके नायडू की ही तीन अलग-अलग जगहों पर प्रतिमा लगाई गई हैं। इनमें इंदौर में होल्कर स्टेडियम, नागपुर में विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) स्टेडियम और आंध्र में वीसीडीए स्टेडियम शामिल हैं।
भारत ने वानखेड़े स्टेडियम में वनडे विश्व कप जीता
साल 2011 वनडे विश्व कप का फाइनल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था। जहां भारत ने 28 साल बाद श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप जीता था। भारत वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली मेजबान टीम बनी। इससे पहले किसी टीम ने अपनी सरजमीं पर वर्ल्ड कप नहीं जीता था। साथ ही सचिन तेंदुलकर का वर्ल्ड कप जीतने का सपना भी पूरा हो गया था।