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- February 15, 2023
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कनाडा में चौथी बार हिंदू मंदिर पर हमला, दीवार पर लिखे भारत विरोधी नारे
कनाडा में चौथी बार हिंदू मंदिर पर हमला कनाडा में एक बार फिर एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ का मामला…
कनाडा में चौथी बार हिंदू मंदिर पर हमला
कनाडा में एक बार फिर एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। गौरतलब है कि यह पहली घटना नहीं है। पिछले एक साल में यह चौथी घटना है, यानी चौथी बार जब कनाडा में किसी हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। इससे पहले जनवरी में, खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने ब्रैम्पटन के स्वामीनारायण मंदिर में भारत के विरोधी में नारे लगाए गए थे।
इस घटना की बात करें तो इस बार मिसिसॉगा में राम मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे गए हैं, जिसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। मामला संज्ञान में आने पर टोरंटो स्थित भारतीय दूतावास ने भी कहा कि हम लोग ऐसी घटना की निंदा करते हैं। कनाडा के अधिकारियों ने इस घटना के सामने आते ही जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी अनुरोध किया गया है।
भारतीय दूतावास ने घटना की निंदा की
इस घटना के सामने आने के बाद मंगलवार को टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने मिसिसॉगा में भारत विरोधी लेखन के साथ-साथ राम मंदिर के अपमान की निंदा की। भारतीय दूतावास ने कनाडा के अधिकारियों से घटना की जांच करने और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। भारत के महावाणिज्य दूतावास ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
उल्लेखनीय है कि यह पहली बार नहीं है, जब कनाडा में किसी हिंदू मंदिर को भारत के खिलाफ यानी विरोध में नारे लिखे गऐ थे और तस्वीरों से विरूपित किया गया है। इससे पहले जनवरी में, ब्रैम्पटन सिटी में भी एक हिंदू मंदिर पर भारत विरोधी भित्तिचित्र प्रकाशित किया गया था। इससे भारतीय समुदाय में आक्रोश है।
गौरी शंकर मंदिर में तोड़फोड़
कनाडा के टोरंटो शहर में भारत के महावाणिज्य दूतावास का कहना है कि गौरी शंकर मंदिर में तोड़फोड़ की निंदा कि गई है और कहा कि इस तरह के कृत्य कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को आहत करते हैं। दूतावास ने एक बयान में कहा, “हम ब्रैम्पटन में भारतीय विरासत के प्रतीक गौरी शंकर मंदिर को भारत विरोधी नारों के साथ अपवित्र करने की कड़ी निंदा करते हैं। हमने इस बारे में कनाडा के अधिकारियों के सामने अपनी चिंता जताई है।”