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- January 29, 2023
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अर्थव्यवस्था का बुरा दौर गुजर चुका है, लेकिन ब्याज दरें नहीं होगी कमः RBI गवर्नर शक्तिकांत दास
अर्थव्यवस्था का बुरा दौर गुजर चुका है आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि बैंक और कंपनियां अब उतने…
अर्थव्यवस्था का बुरा दौर गुजर चुका है
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि बैंक और कंपनियां अब उतने बुरे दौर से नहीं गुजर रही, जिस कदर पहले उनकी स्थिति थी. हालांकि, उनका ये भी कहना था कि अभी भी ब्याज दरें कम नहीं होगी। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बीते शुक्रवार को कहा कि मुद्रास्फीति और मुद्रा के ताजा आंकड़े ये बयां कर रहे हैं कि वित्त बाजारों और वित्त अर्थव्यवस्था का सबसे बुरा दौर गुजर चुका है। उन्होंने ये भी कहा कि उच्च ब्याज दरें लंबे समय तक बनी रहेगी। दास के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था के 2023 में उल्लेखनीय रूप से गिरावट आने की संभावना है, लेकिन ऐसा मालूम पड़ता है कि आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति दोनों ही मामलों में सबसे खराब दौर खत्म हो चुका है। आपको मालूम होगा कि दिसंबर में भी शक्तिकांत दास ने उच्च ब्याज दरों के बने रहने की बात की थी।
दास ने फिक्स्ड इनकम मनी मार्केट एंड डेरिवेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (फिम्मडा) और प्राइमरी डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (पीडीआईए) की दुबई में वार्षिक बैठक के समय ये बात कही थी। उनका कहना था कि कोविड महामारी की वजह से लागू किए गए प्रतिबंधों में राहत और विभिन्न देशों में मुद्रास्फीति कुछ हद तक कम हुई है। इसके साथ ही केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दर में कम वृद्धि या ठहराव के संकेत देने प्रारंभ कर दिए हैं। हालांकि महंगाई दर अभी भी वहीं की वहीं बनी हुई है।
मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने को प्रतिबद्ध RBI
दास ने साथ ही कहा कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को अपने लक्ष्य के दायरे में लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि उच्च दरें लंबे समय तक बने रहने की संभावना है। वृद्धि के मोर्चे पर उनका कहना था कि बीते कुछ महीने पहले तक व्यापक और गंभीर मंदी की संभावना थी, लेकिन अब देखकर ऐसा लग रहा है कि सामान्य तौर पर मंदी रहेगी। उनका ये भी कहना था कि ऐसे अनिश्चित अंतरराष्ट्रीय स्थिति में हमारी अर्थव्यवस्था मजबूती की स्थिति में है और आर्थिक आंकड़े भी मजबूत हैं।