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- February 25, 2023
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बंदूकों और तलवारों के साथ थाने पर कब्जा, ‘तूफान’ छूटा, हंगामे पर क्या बोली सरकार और पुलिस?
बंदूकों और तलवारों के साथ थाने पर कब्जा, ‘तूफान’ छूटा, हंगामे पर क्या बोली सरकार और पुलिस? खालिस्तान सर्मथक और…
बंदूकों और तलवारों के साथ थाने पर कब्जा, ‘तूफान’ छूटा, हंगामे पर क्या बोली सरकार और पुलिस?
खालिस्तान सर्मथक और स्वयंभू धार्मिक उपदेशक अमृतपाल सिंह ने गुरुवार को पंजाब के अजनाला में थाने का घेराव किया। गौरतलब है कि सभी समर्थक बंदूक और तलवार जैसे घातक हथियार भी लिए हुए थे। इस प्रदर्शन के दौरान छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी छह पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, घटना के बाद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के करीबी माने जाने वाले लवप्रीत तूफान को रिहा कर दिया गया है। अजनाला कोर्ट ने लवप्रीत को रिहा करने का आदेश दिया है।
घटना क्या थी?
हजारों की संख्या में खालिस्तानी संगठन वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने अजनाला थाने पर हमला बोल दिया। दरअसल उग्र भीड़ अमृतपाल सिंह के सहयोगी लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग कर रहे थे। हंगामा करने वाले सभी समर्थकों ने तलवार और बंदूक जैसे घातक हथियारों से थाने का घेराव कर लिया। इनके हाथों में गुरु ग्रंथ साहिब भी था, जिस कारण पुलिस असहाय बनी रही। प्रदर्शनकारियों ने लगाए गए बेरिकेड्स को तोड़ दिया गया। इसी बीच पुलिस से झड़प हो गई।
संगठन की स्थापना के समय क्या विचारधारा थी?
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले वारिस पंजाब दे नामक संगठन की स्थापना की गई थी। इस संस्था की नींव दीप सिद्धू ने 30 सितंबर 2021 को रखी थी। इनकी मांग अलग खालिस्तान बनाने की है। घटना के बाद पुलिस चौकी के बाहर सुरक्षा के लिए पांच जिलों के पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। इस क्षेत्र में अधिकार-विरोधी बल भी तैनात किया गया है।
क्या बोली सरकार और पुलिस?
घटना के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार और पंजाब पुलिस की आलोचना हो रही है। पंजाब सरकार के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल का कहना है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है और इनकी पंजाब में एक भी नहीं चलेगी। जिन्होंने भी हिंसा की है, उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं पंजाब पुलिस के एसपी हरपाल सिंह रंधावा का कहना है कि चूंकि उनके हाथ में गुरु ग्रंथ साहिब था, इस कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाई। लेकिन घटना को लेकर एसआईटी का गठन किया है और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।