कोविड 19 के JN.1 वेरिएंट का बढ़ रहा है डर, भारत में इसके 26 केस; जानिए कितना खतरनाक है नया कोरोना

कोविड 19 के JN.1 वेरिएंट -कोरोना के नए जेएन.1 वेरिएंट का लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। इससे लोगों के…

कोविड 19 के JN.1 वेरिएंट

कोविड 19 के JN.1 वेरिएंट -कोरोना के नए जेएन.1 वेरिएंट का लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। इससे लोगों के बीच कोविड के नए वेरिएंट को लेकर काफी डर पैदा हो गया है। भारत में अब तक जेएन.1 सब वेरिएंट के 26 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसकी वजह से चिंताएं बढ़ गई है। इन 26 मामलों में 19 केस गोवा में, 4 केस राजस्थान और केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र में एक-एक केस दर्ज हुए हैं।

गोवा में ट्रेस किए गए जेएन.1 सब-वेरिएंट के सभी 19 केस इनएक्टिव कंफर्म हुए हैं और मरीजों से इकट्ठा किए गए सैंपल्स की जब जीनोम सीक्वेंसिंग की गई, तब इस वेरिएंट के बारे में पता चला। गोवा के महामारी वैज्ञानिक डॉ. प्रशांत सूर्यवंशी ने बताया कि जेएन.1 वेरिएंट वाले मरीजों में हल्के लक्षण मिले थे और वे अब ठीक हो गए हैं, जिसे कहीं ना कहीं यह रात भारी खबर है।

भारत में कोविड के 594 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इस तरह भारत में कोविड केस की एक्टिव संख्या 2669 तक पहुंच गई और सबसे ज्यादा केस केरल में रिकॉर्ड किए गए हैं, जिसमें से देश के 87 फीसदी केस केरल में दर्ज किए गए हैं।

नए जेएन.1 वेरिएंट का लगातार बढ़ रहा खतरा

कोरोना के नए जेएन.1 वेरिएंट का लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की पूर्व चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि लोगों को अभी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने नए वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट बताया हैं, न कि वेरिएंट ऑफ कंसर्न। हालांकि इसके बाद भी लोगों के बीच कोविड के नए वेरिएंट को लेकर डर बना हुआ है।

हमें सतर्क रहने की जरूरतः स्वामीनाथन

कोविड 19 के JN.1 वेरिएंट- साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि हमें सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है, ना कि हमें चिंता करने की जरूरत है। हमारे पास ऐसा डाटा नहीं है जो यह दिखा सके कि जेएन.1 वेरिएंट खतरनाक है। अभी तो हमें यह भी मालूम नहीं है कि इसकी वजह से ज्यादा निमोनिया या होते होंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अभी हमें सामान्य उपाय करने होंगे, जिन्हें हम पहले से करते हुए आ रहे हैं।

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