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- February 5, 2023
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इसरो-नासा का संयुक्त अंतरिक्ष अभियान को लेकर बड़ी खबर,लॉन्च के लिए भारत आएगा NISAR सैटेलाइट
NISAR करीब 4 फीट व्यास वाले ड्रम के शेप के रिफ्लेक्टर एंटीना के समेत रडार डाटा कलेक्ट करेगा।ये उपग्रह पृथ्वी…
NISAR करीब 4 फीट व्यास वाले ड्रम के शेप के रिफ्लेक्टर एंटीना के समेत रडार डाटा कलेक्ट करेगा।ये उपग्रह पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों का ज्यादा विस्तार से अध्ययन करने में काफी मददगार साबित होगा।
नासा-इसरो की तरफ बनाए जा रहे साझा उपक्रम निसार का निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण पर पहुंच गया है। मिली जानकारी के अनुसार इस सैटेलाइट के भारत रवाना होने में अब महज कुछ ही दिन रह गए हैं। नासा और इसरो के वैज्ञानिक इस सेटेलाइट को सुरक्षित भेजने की व्यवस्था में लगे हुए हैं।
भारत में भेजे गए पहले इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने इस दिशा में इसके अंतिम विद्युत परीक्षण की बखूबी रूप से निगरानी की और वो बीते शुक्रवार (3 फरवरी) को कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्जन लैब में दौरा किया।ये उपग्रह पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों का ज्यादा विस्तार से अध्ययन करने में सहायक सिद्ध होगा।
जेपीएल में आयोजित औपचारिक समारोह में सोमनाथ का कहना था कि,’ ये मिशन एक विज्ञान उपकरण के तौर पर रडार की क्षमता का असल में शक्तिशाली प्रदर्शन होगा और हमें पृथ्वी की गतिशील भूमि और बर्फ की सतहों का पहले से कहीं ज्यादा विस्तार से अध्ययन करने में कारगर साबित होगा। ‘ कार्यक्रम में दोनों अंतरिक्ष एजेंसियों के विशिष्ट वैज्ञानिक की मौजूदगी थी। आपको बता दें कि इसरो और नासा ने 2014 में 2,800 किलोग्राम वजनी उपग्रह बनाने के उद्देश से हाथ मिलाया था।
इसरो के अध्यक्ष का इसे लेकर कहना
बता दें कि इसे फरवरी के अंत में भारत भेजे जाने की योजना है।मिली जानकारी के अनुसार ये सैटेलाइट पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों का अधिक विस्तार से अध्ययन करने में सहायक सिद्ध होगा। इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ का कहना था कि,’ ये उपग्रह पूरे विश्व के लिए भारत-अमेरिका सहयोग का अभूतपूर्व परिणाम स्वरूप बनने जा रहा है।
भारत की सहमति भी मिल गई
वही इसके पेलोड का एकत्रीकरण का काम पूरा हो गया है। अब आगे की प्रक्रिया में एकीकरण के लिए अगले साल इसके लॉन्च करने के लिए भारत को हरी झंडी मिल गई है।दोनों अंतरिक्ष एजेंसी के वरिष्ठ वैज्ञानिकों का कहना है कि ,’ ये मिशन एक विज्ञान उपकरण के तौर पर रडार की क्षमता का शक्तिशाली प्रदर्शन होगा’