- spiritual
- December 10, 2023
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शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव होगा कम, आजमाएं यह उपाय
शनि की साढ़ेसाती-ग्रहों की बदलती चाल के कारण व्यक्ति को शुभ और अशुभ परिणाम भुगतने पड़ते हैं। जीवन में उतार-चढ़ाव…
शनि की साढ़ेसाती-ग्रहों की बदलती चाल के कारण व्यक्ति को शुभ और अशुभ परिणाम भुगतने पड़ते हैं। जीवन में उतार-चढ़ाव ग्रहों की बदलती चाल के कारण भी होते हैं। कई बार मन में ख्याल आता है कि सब कुछ तो ठीक चल रहा था और अचानक दिक्कत कहां से आ गई? इस तरह की घटना ग्रह दोष के कारण भी घटित होती है। विशेषकर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव व्यक्ति को सबसे ज्यादा परेशान करता है। क्योंकि शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है, जिसके कारण साढ़ेसाती का प्रभाव भी लंबे समय तक रहता है।
शनि के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा कुछ अन्य उपाय भी हैं, जिन्हें करके शनि संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है और शनिदेव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। आइए आज हम आपको एक ऐसे ही चमत्कारी और तुरंत फल देने वाले उपाय के बारे में बताते हैं। ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
शनिदोष दूर करने का उपाय
मंगलवार या शनिवार के दिन शमी की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। ऐसा माना जाता है कि शमी के पेड़ में शनिदेव का वास होता है, इसलिए इसकी पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। शनिदोष दूर करने के लिए शनिवार के दिन शमी के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा मकर, कुंभ और मीन राशि के लोगों को रोजाना शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि ग्रह मजबूत होता है।
शमी के पेड़ के नीचे जलाएं दीपक
अगर आप शनिदेव के अशुभ प्रभाव से बचना चाहते हैं तो शाम के समय शमी के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसमें काले तिल डालें। इससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके अलावा सोमवार के दिन शमी के पत्ते शिवलिंग पर चढ़ाएं। अगर लाख कोशिशों के बाद भी आपको अपने काम में सफलता नहीं मिल रही है तो शिवलिंग पर शमी के पत्ते चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करें। ऐसा हर सोमवार को करने पर आपको कार्य में सफलता अवश्य मिलेगी।