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- January 2, 2023
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वर्ष 2024 के लिए रेलवे और डिजिटल इंडिया के नए प्रयास
वर्ष 2024 के लिए रेलवे और डिजिटल इंडिया के नए प्रयास वर्ष 2024 के लिए रेलवे- आज से…
वर्ष 2024 के लिए रेलवे और डिजिटल इंडिया के नए प्रयास
वर्ष 2024 के लिए रेलवे- आज से 10 वर्ष पहले जहां प्रतिदिन सिर्फ 4 किमी रेलवे ट्रैक का निर्माण हो पाता था वहीं वर्तमान में प्रति दिन लगभग 12 किमी रेलवे ट्रैक का विस्तार हो रहा है। रेलवे क्षेत्र में भारत पहले रेलवे उपकरणों का आयातक हुआ करता था वहीं आज भारत दूसरे देशों के लिए रेलवे उपकरणों का निर्यातक बना गया है।
हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट के साथ आधुनिकीकरण :
केन्द्रीय रेल,इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा की, “स्टेट ऑफ द आर्ट प्रोजेक्ट” के तहत रेलवे स्टेशन पर स्थानीय आकर्षणों को प्रदर्शित करने का कार्य रेलवे द्वारा किया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय कलाओं को बढ़ावा देना है।
वर्ष 2024 के लिए रेलवे और डिजिटल इंडिया के नए प्रयास
वर्ष 2024 के लिए रेलवे-2019 में शुरु की गई पीएम गति शक्ति के माध्यम से 8 विभागों के सामूहिक कार्य के लिए एकल विंडो सिस्टम बनाया गया है जिससे 8 विभागों में अलग-अलग कार्यों के लिए एक ही खिड़की माध्यम से सभी कार्य किये जा सकते हैं। इसके अलावा ,भारतीय रेल द्वारा हाई स्पीड रेल प्रणाली के विस्तार के लिए रेलवे ट्रैक और रेल पहियों का निर्माण किया जा रहा है।वही दूसरी और डायमंड चतुर्भुज परियोजना का कार्य अपने चरम पर है।जिसके अंतर्गत भारत के चार बड़े शहरों दिल्ली,मुंबई,कोलकाता और चेन्नई को आपस में जोड़ा जाएगा। इसके अलावा बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 126 किमी रेल स्तंभों को लगाने का कार्य पूरा किया जा चुका है। वहीं बड़ी नदियों के ऊपर पुल निर्माण कार्य और स्टेशन एवं रेलवे डिपो का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा कर लिया गया है।
हरित ऊर्जा के विस्तार के लिए रेलवे 3 आयामों पर कार्य कर रही है।
(1) भारतीय रेल का सम्पूर्ण विद्युतीकरण
(2) सोलर सिस्टम का विस्तार
(3) हाईड्रोजन ट्रेन
वर्ष 2024 के लिए रेलवे और डिजिटल इंडिया के नए प्रयास
सरकार जल्द से जल्द हाइड्रोजन ट्रेनों के संचालन की योजना बना रही है। ट्रेनों में AIआधारित डिजिटल तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कवच जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को विकसित किया जा रहा है जिसके माध्यम से एक ट्रैक पर आमने-सामने आ जाने पर ट्रेनें अपने आप ही रुक जाएगी। इस प्रणाली के हेतु इस साल 3 हजार किलोमीटर के लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं। E-टिकटिंग और ट्रेनों की मैंटनेंस के लिए डिजिटल आधारित तरीकों और AI के प्रयोग की तैयारियाँ की जा रही हैं। स्टार्टअप्स को लेकर भी रेलवे कई सारी परियोजनाए चला रहा है। लगभग 800 स्टार्टअप्स रेलवे की कार्य प्रणालियों को संचालित करने के लिए सामने आए हैं जिन्हें रेलवे 4 वर्षों के लिए कॉन्ट्रेक्ट पर कार्य करने के लिए तैयारी कर रहा है।