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- June 12, 2023
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चक्रवात बिपर्जॉय के कारण मुंबई हवाई अड्डे पर हवाई सेवाएं प्रभावित, IMD ने जारी की चेतावनी
चक्रवात बिपर्जॉय ने अरब सागर के ऊपर दस्तक दी है। भारी बारिश और तेज हवाओं ने तटीय इलाकों में डर…
चक्रवात बिपर्जॉय ने अरब सागर के ऊपर दस्तक दी है। भारी बारिश और तेज हवाओं ने तटीय इलाकों में डर का माहौल बना दिया है। वहीं, मुंबई हवाई अड्डे पर भी दहशत का माहौल देखा गया, क्योंकि सैकड़ों यात्री अपनी उड़ानों के लिए घंटों इंतजार करते रहे। खराब मौसम के कारण कुछ उड़ानें रद्द कर दी गईं या देरी से शुरू हुई, जबकि कुछ को लैंडिंग रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा। एयर इंडिया ने कल देर शाम एक बयान जारी कर कहा कि मुंबई के लिए उसकी कुछ उड़ानें खराब मौसम और अस्थायी रनवे के बंद होने के कारण विलंबित होंगी।
मुंबई हवाई अड्डे पर प्रतिकूल मौसम के कारण कुछ उड़ानों को रद्द कर दिया। वहीं एयर इंडिया ने ट्वीट किया- हम अपने मेहमानों को हुई असुविधा के लिए माफी चाहते हैं। वहीं एक यात्री को जवाब देते हुए इंडिगो ने ट्वीट किया, “उड़ान में देरी जैसी परेशानी हमारे लिए भी उसी तरह से चिंताजनक है। यह मौसम की मार है कि हमें शेड्यूल में इस तरह के बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। हम उम्मीद करते हैं कि आप हमारी इस परेशानी को समझ रहे होंगे।”
150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी
मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कई तटीय जिलों के लिए ‘चक्रवात’ की चेतावनी जारी की है। अगले 3-4 घंटों के दौरान रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे, पालघर और कोल्हापुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका जताई है। वहीं मौसम विभाग ने लोगों को बाहर निकलने से भी मना किया है। चक्रवात बिपर्जॉय के गुरुवार को गुजरात और पाकिस्तान के तटों से टकराने की आशंका है। अधिकारियों ने कहा कि कच्छ, जामनगर, मोरबी, गिर सोमनाथ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिले में 13-15 जून के दौरान भारी बारिश और तेज हवा चलने की आशंका है। इसकी गति 150 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
आईएमडी ने मछुआरों को गुजरात, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और लक्षद्वीप के समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने कहा- राज्य सरकारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखें। नियमित रूप से स्थिति की निगरानी करें और उचित एहतियाती कदम उठाएं। जिला अधिकारी भी सतर्क मोड पर रहें।