- ख़बरें
- June 12, 2023
- No Comment
- 1 minute read
Cyclone Biporjoy: धीरे-धीरे मजबूत हो रहा चक्रवात ‘बिपर्जॉय’, भारत में इन जगहों पर भारी तबाही मचाएगा
भारत के पश्चिमी हिस्से में अरब सागर में खतरनाक चक्रवाती तूफान ‘बिपर्जॉय’ का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने…
भारत के पश्चिमी हिस्से में अरब सागर में खतरनाक चक्रवाती तूफान ‘बिपर्जॉय’ का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने इस चक्रवात को बहुत खतरनाक श्रेणी का तूफान कहा है। यह चक्रवात जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इसका रूप और विशाल होता जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 15 जून को दोपहर में कच्छ के मांडवी से लेकर कराची के बीच भारत-पाकिस्तान की सीमा के आसपास टकराएगा। इस चक्रवात का असर केरल तट से लेकर मुंबई के समुद्र तक नजर आ रहा है। इन दोनों स्थानों में समुद्र की ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही है। मौसम विभाग ने इस चक्रवात को लेकर सौराष्ट्र-कच्छ के लिए चेतावनी जारी कर दी है।
यह चक्रवात अभी मुंबई से काफी दूर है, लेकिन समुद्र में तूफान का असर काफी नजर आ रहा है। पहले से समुद्र में लहरें काफी तेज हो गई हैं और बीती रात मुंबई के कई इलाकों में तेज बारिश देखने को मिली। मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, पालघर समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश हुई है। राज्य के तटीय हिस्सों में तेज हवाएं चल रही हैं। माना जा रहा है चक्रवात जैसे जैसे आगे बढ़ेगा, लहरों की रफ्तार और तेज हो जाएगी। हालांकि बिपर्जॉय चक्रवात का सबसे ज्यादा खतरा गुजरात के तटीय इलाकों को है।
150 KM प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवा
मौसम विभाग के अनुसार बिपर्जॉय चक्रवात के 14 जून को उत्तर की ओर बढ़ने की आशंका हैं। इसके बाद यह उत्तर पूर्व की ओर बढ़ेगा और सौराष्ट्र ,कच्छ को पार करते हु 15 जून दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) होते हुए कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार लगभग 125 किलोमीटर से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंच सकती है।
NDRF की 7 टीमें तैनात तैनात
चक्रवात बिपर्जॉय को लेकर NDRF की 7 टीमें में कच्छ के मांडवी और सौराष्ट्र और कच्छ के इलाकों में टीम तैनात कर दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार इस चक्रवात में सबसे ज्यादा नुकसान और प्रभावित होने वाले जिले पोरबंदर, द्वारका, जामनगर, कच्छ, मोरबी है। चक्रवात को लेकर समुद्र के किनारे रहने वाले लोगों का आज से ही स्थानांतरिच किया जाएगा। पूरे तटीय इलाके में 10,000 से ज्यादा लोगों का स्थानांतरण करवाया जाएगा। इसे लेकर गुजरात सरकार ने अलग-अलग मंत्रियों को अलग-अलग जिले की जिम्मेदारी सौंपी है। मंत्री ऋषिकेश पटेल और फूल को कच्छ, मुलु बेरा को जामनगर, हर्ष संधवी को द्वारका की जिम्मेदारी सौंपी गई है।