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- January 19, 2023
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2022 में 1 ट्रिलियन डॅालर के पार पहुंचा भारत का वस्तु व्यापार..
कैलेडर वर्ष 2022 ( जनवरी से दिसंबर ) में भारत का वाणिज्यिक वस्तुओं का व्यापार 1 लाख करोड अमेरिकी डॅालर…
कैलेडर वर्ष 2022 ( जनवरी से दिसंबर ) में भारत का वाणिज्यिक वस्तुओं का व्यापार 1 लाख करोड अमेरिकी डॅालर ( $1.17 ट्रिलियन ) के उपर पहुंच गया है..एक कैलेंडर वर्ष में यह पहली बार हुआ है..जिसमें से 450 अरब डॅालर का निर्यात और 723 अरब डॅालर का आयात है.. विदेश भेजे जाने वाली खेप में 2022 में पिछले साल की तुलना में 13.7 प्रतिशत की बढोतरी हुई है,जबकि आयात में 21 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज हुई है
वित्त वर्ष 2022 में वाणिज्यिक वस्तुओं का कुल आयात 723 अरब डॅालर रहा है.. जिसमें दो तिहाई हिस्सा कच्चे तेल (270 अरब डॅालर), कोयला ( 80 अरब डॅालर), सेना और हीरा ( 80 अरब डॅालर ), ईलेक्ट्रोनिक्स ( 72 अरब डॅालर) और मशीनरी ( 55 अरब डॅालर ) का रहा है..साल 2021 में कैलेंडर वर्ष में 395 अरब डॅालर का निर्यात और 573 अरब डॅालर का आयात रहा था….साल 2020 में 276 और साल 2019 में 324 अरब डॅालर का निर्यात और आयात क्रमशः 373 और 485 अरब डॅालर का आयात रहा..
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव ( जीटीआरआई) की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर धूमिल स्थिति के बावजूद कुल वाणिज्यिक व्यापार 1 लाख करोड रुपये के पार चला गया है…रिपोर्ट में कहा गया है कि यह हमें आने वाले कठिन साल के लिए तैयार कर रहा है…क्योंकि प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के सकल घरेलु उत्पाद यानी GDP की वृद्धि दर घटकर 2023 में 3 प्रतिशत से कम रहने की संभावना है…
वहीं दूसरी ओर रूस और युक्रेन के बीच चल रही लडाई की वजह से भूराजनीतिक अस्थिरता, महंगाई दर ज्यादा होने और विकसित देशो में मौद्रिक नीति में सख्ती की वजह से खपत घट रही है..और भंडारण बढ रहा है.. जिसकी वजह से अमेरिका औऱ यूरोप के देशो में मंदी की स्थिति बनी है..विश्व व्यापार संगठन ने 2022में वैश्विक वाणिज्यिक व्यापार में मात्रा के हिसाब से 3 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था..